अनुभवी टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले की मिश्रित युगल जोड़ी और पुरुष स्क्वाश टीम के स्वर्ण पदकों की बदौलत भारत ने शनिवार को एशियन गेम्स के सातवें दिन दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक अपनी झोली में डाले। भारत 10 स्वर्ण, 14 रजत और 14 कांस्य से कुल 38 पदक जीतकर चौथे स्थान पर चल रहा है। चीन 114 स्वर्ण, 68 रजत और 38 कांस्य से कुल 216 पदक से शीर्ष स्थान पर काबिज है।

सातवें दिन निशानेबाज सरबजोत सिंह और दिव्या टीएस ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया जबकि भारत के लंबी रेस के एथलीट कार्तिक कुमार और गुलवीर सिंह ने पुरुष 10,000 मीटर रेस स्पर्धा में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। भारत के लिए टेबल टेनिस में शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जिसमें सुर्तीथा मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी ने महिला युगल के सेमीफाइनल में प्रवेश कर ऐतिहासिक टेबल टेनिस पदक पक्का किया। वहीं भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने रोमांचक सेमीफाइनल में कोरिया को 3-2 से शिकस्त देकर एशियाड में पहला स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद जीवंत रखी।

मीराबाई चानू का अभियान समाप्त

भारतीय टीम एशियाड में इस स्पर्धा में पहली बार फाइनल में पहुंची है, लेकिन भारत की शीर्ष भारोत्तोलक और टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू का अभियान निराशाजनक तरीके से समाप्त हुआ, जो महिलाओं की 49 किग्रा स्पर्धा में खुद को चोटिल कर बैठी और चौथे स्थान पर रहीं। भारतीय हॉकी टीम ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चार गोल की बदौलत पूल ए के एकतरफा मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की।

भारतीय टेनिस दल कम से कम एक स्वर्ण पदक लेकर लौटेगा

बोपन्ना और भोसले ने पहला सेट हारने के बाद वापसी करते हुए चीनी ताइपै के सुंग हाओ हुआंग और एन शुओ लियांग को 2-6, 6-3, 10-4 से हराकर मिश्रित युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया। अब भारतीय टेनिस दल कम से कम एक स्वर्ण पदक लेकर लौटेगा। इस बार एशियाई खेलों में टेनिस में भारत की झोली में दो ही पदक गिरे, जिनमें साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन का पुरुष युगल का रजत शामिल है। भारत ने टेनिस में 2002 में बुसान में चार, 2006 में दोहा में चार, 2010 में ग्वांग्झू में पांच, 2014 में इंचियोन में पांच और 2018 में जकार्ता में तीन पदक जीते थे।

2023 एशियाई खेलों में 30 सितंबर तक भारत ने कुल 38 पदक जीत लिए थे

देशस्वर्णरजतकांस्यकुल पदक
चीन1146834216
जापान283839105
दक्षिण कोरिया272954110
भारत10141438
उज्बेकिस्तान10111637
थाइलैंड841426
ताइवान79925
हॉन्गकॉन्ग5151838
उत्तर कोरिया57416
ईरान3111125
एशियन गेम्स 2023 30 सितंबर तक पदक तालिका

अभय सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया

पुरुष टीम स्क्वाश स्पर्धा में अभय सिंह ने उतार चढ़ाव भरे मैच में गजब का संयम दिखाते हुए नूर जमां को हराकर अपने करियर की सबसे बड़ी फतह हासिल की, जिससे शीर्ष वरीय भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को रोमांचक मुकाबले में 2-1 से हराकर आठ साल बाद स्वर्ण पदक जीत लिया। भारत को लीग चरण में पाकिस्तान से हार मिली थी। एकल में नासिर इकबाल की जीत के बाद सौरव घोषाल स्कोर को 1-1 से बराबर करने में सफल रहे, जिससे स्वर्ण पदक का फैसला अभय और जमां के बीच मुकाबले से होना था।

जमां को 3-2 से पराजित किया

दिन के नायक चेन्नई के अभय रहे, जिन्होंने जमां को 3-2 से पराजित किया। भारत ने इंचियोन 2014 चरण में पुरुष टीम स्क्वाश स्वर्ण पदक जीता था जबकि पाकिस्तान ने पिछला स्वर्ण पदक ग्वांग्झू 2010 में जीता था। अपना जन्मदिन मना रहे सरबजोत और दिव्या 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में चीन की जोड़ी से 14 – 16 से हार गए और रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा । भारत ने इन खेलों में निशानेबाजी में छह स्वर्ण, आठ रजत और पांच कांस्य समेत 19 पदक जीत लिये हैं।

सरोज अपनी हीट में दूसरे और जॉनसन पांचवें स्थान पर

एथलीट कार्तिक ने 28:15.38 सेकेंड के समय से रजत और गुलवीर ने 28:17.21 सेकेंड के समय से कांस्य पदक जीता। वहीं 400 मीटर रेस के फाइनल में ऐश्वर्या मिश्रा महिलाओं की स्पर्धा में 53.50 सेकेंड के समय से चौथे स्थान पर रहीं जबकि मोहम्मद अजमल पुरुष स्पर्धा में 45.97 सेकेंड से पांचवें स्थान पर रहे। 1500 मीटर में जिन्सन जॉनसन और अजय कुमार सरोज ने अपनी हीट में क्रमश: 3:56.93 सेकेंड और 3:51.93 सेकेंड का समय निकालकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। सरोज अपनी हीट में दूसरे और जॉनसन पांचवें स्थान पर रहे।

मुरली श्रीशकंर फाइनल में

जेस्विन एल्ड्रिन जॉनसन और मुरली श्रीशकंर ने पुरुषों की लंबी कूद स्पर्धा में क्रमश: 7.67 मीटर और 7.97 मीटर की कूद लगाकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में ज्योति याराजी ने अपनी हीट में 13.03 सेकेंड का समय निकालकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। लेकिन अन्य भारतीय में नित्या रामराज का अभियान निराशाजनक रहा जो अपनी हीट में 13.30 सेकेंड से पांचवें स्थान पर रहीं और फाइनल में क्वालिफाई नहीं कर सकीं। सुर्तीथा और अयहिका ने चीन की चेन मेंग और यिदी वांग की विश्व चैम्पियन जोड़ी को हराकर उलटफेर करते हुए महिला युगल के सेमीफाइनल में प्रवेश किया और भारत के लिए ऐतिहासिक टेबल टेनिस पदक पक्का किया।

मनिका बत्रा क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर

क्वार्टरफाइनल में सुर्तीथा और अयहिका ने 11-5, 11-5, 5-11, 11-9 से जीत हासिल की और दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी के खिलाफ यह जीत इसलिये भी अहम है क्योंकि भारत ने एशियाड में महिला युगल स्पर्धा में कभी भी पदक नहीं जीता है। इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता मनिका बत्रा महिला एकल टेबल टेनिस स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई। मनिका को दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी चीन की यिडि वांग ने 11 – 8, 10-12, 11-6, 11-4, 12-14, 11-5 से हराया। इसके साथ ही एकल वर्ग में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई।

किदांबी श्रीकांत का शानदार प्रदर्शन

पुरुष युगल में भारत के मानुष शाह और मानव ठक्कर को दक्षिण कोरिया के वूजिन जांग और जोंगहुन लिम के हाथों 8-11, 11-7, 10-12, 11- , 9-11 से पराजय झेलनी पड़ी। किदांबी श्रीकांत के निर्णायक मुकाबले में शानदार खेल के दम पर भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने कोरिया को 3-2 से शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया। विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज एचएस प्रणय ने शुरुआती गेम में उलटफेर के बाद मजबूत वापसी करते हुए जियोन ह्योक जिन को 18-21, 21-16, 21-19 से हराया और भारत को 1-0 से आगे कर दिया।

लक्ष्य सेन ने वापसी कराई

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी शुरुआती युगल मुकाबले में मौजूदा विश्व चैंपियन सियो सेउंग-जे और कांग मिन-ह्युक से 13-21 24-26 से हार गये। लक्ष्य सेन ने इसके बाद अपने दबदबे वाले खेल से मुकाबले में भारतीय टीम की वापसी करायी। उन्होंने ली युंगयु को एकतरफा मुकाबले में 21-7 21-9 से हराकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की जोड़ी को किम वोन्हो और एनए सुंगसेउंग ने 21-16, 21-11 से हराकर मुकाबला 2-2 से बराबर कर दिया। भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचने का दारोमदार अब श्रीकांत पर था, लेकिन विश्व रैंकिंग में 163वें स्थान पर काबिज कोरिया के चो गोंयोप ने पहले गेम में पछाड़कर उलटफेर करने की कोशिश की। 2021 के विश्व चैम्पियन श्रीकांत ने हालांकि इसके बाद कोई गलती नहीं की और 12-21, 21-16, 21-14 से जीत मुकाबला भारत के नाम कर दिया।

प्रीति पवार ने पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया

मुक्केबाजी में प्रीति पवार ने महिलाओं के 54 किलो सेमीफाइनल में प्रवेश करके पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल कर पदक भी पक्का कर लिया। लवलीना बोरगोहेन और नरेंदर ने भी सेमीफाइनल में जगह बनाकर पदक पक्के किये। प्रीति ने तीन बार की विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता और मौजूदा एशियाई चैम्पियन कजाखस्तान की जाइना शेकेरबेकोवा को 4-1 से हराया। टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना को पहले दौर में बाय मिला था। उसने दक्षिण कोरिया की सियोंग सुयोन महिलाओं के 75 किलो वर्ग में 5-0 से हराया। नरेंदर (92 किग्रा) ने भी इसी अंतर से ईरान के रामेजानपोर देलावर को हराकर अंतिम चार चरण में जगह बनायी। लवलीना और नरेंदर ओलंपिक कोटा हासिल करने से एक जीत दूर है।

निशांत देव का सफर समाप्त

सचिन सिवाच ने कुवैत के तुर्की अबुकुथाईलाह से वॉकओवर मिलने से 57 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया, लेकिन विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता निशांत देव का सफर 2021 विश्व चैम्पियन सेवोन ओकाजावा से 0-5 की हार से खत्म हो गया। इससे पहले निकहत जरीन ने भी ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया था । हॉकी में पाकिस्तान के खिलाफ गोल अंतर के हिसाब से यह भारत की सबसे बड़ी जीत है। हरमनप्रीत ने 11वें, 17वें, 33वें और 34वें मिनट में गोल किये जबकि वरुण कुमार (41वें और 54वें) ने दो गोल किए। मनदीप सिंह (आठवें), सुमित (30वें), शमशेर सिंह (46वें) और अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे ललित कुमार उपाध्याय (49वें)गोल करने वाले अन्य खिलाड़ी रहे। पूरी तरह से भारतीय दबदबे वाले मुकाबले में मोहम्मद खान (38वें) और अब्दुल राणा (45वें) ने गोल कर पाकिस्तान के हार के अंतर को कम किया।

शतरंज में आर वैशाली का शानदार खेल

शतरंज में आर वैशाली के शानदार खेल के दम पर दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय महिला टीम ने दूसरे दौर में वियतनाम पर 2.5-1.5 से जीत दर्ज की। शीर्ष वरीयता प्राप्त पुरुष टीम को उज्बेकिस्तान की मजबूत टीम ने 2-2 से बराबरी पर रोका। इस स्पर्धा सभी चार मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। भारत के नीरज वर्मा के अलावा पुरुष और महिला युगल जोड़ियों ने कैनो स्प्रिंट स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालिफाई किया।

भारतीय पुरुष टीम ब्रिज स्पर्धा में दूसरे स्थान पर

भारतीय पुरुष टीम ब्रिज स्पर्धा में दूसरे स्थान पर बरकरार है और मिश्रित टीम एक स्थान के सुधार से चौथे स्थान पर पहुंच गयी है, लेकिन महिला टीम सातवें स्थान पर खिसक गयी है। जकार्ता एशियाई खेल 2018 की रजत पदक विजेता भारत की पिंकी बलहारा कुराश स्पर्धा में महिलाओं के 52 किलो क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई। पिंकी को उजबेकिस्तान की सितोरा एल्मुरोडोवा ने हराया । भारत के बाकी खिलाड़ी हारकर बाहर हो गए । सुचिका तरियाल महिलाओं के 52 किलो वर्ग में अंतिम 32 से ही बाहर हो गई । वहीं पुरूषों के 66 किलोवर्ग में केशव को दक्षिण कोरिया के जेडियोग क्वोन ने 10 .0 से मात दी।

भाषा से इनपुट के आधार पर खबर