डोमिनिका में भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहले टेस्ट के दूसरे दिन विराट कोहली को स्टम्प माइक पर वेस्टइंडीज के कप्तान क्रैग ब्रैथवेट के गेंदबाजी एक्शन की वैधता पर सवाल उठाते हुए सुना गया। कोहली पहली पारी के 79वें ओवर में शुभमन गिल का विकेट गिरने पर बल्लेबाजी करने आए। उस समय टीम इंडिया का स्कोर 2 विकेट पर 240 रन था। दूसरे छोर पर शतकवीर यशस्वी जयसवाल थे।

विराट कोहली के लिए वेस्टइंडीज ने दोनों छोर से स्पिन अटैक लगाया। उसके प्रमुख ऑफ स्पिनर रहकीम कॉर्नवाल बीमारी के कारण मैदान से बाहर थे। इस कारण मेजबान मौजूद लगभग सभी अंशकालिक गेंदबाजों का इस्तेमाल करने लिए मजबूर हुआ। जब रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की सलामी जोड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही थी तब ब्रैथवेट गेंदबाजी (48वें ओवर में) करने उतरे थे।

इसके बाद जब भारत के 2 विकेट गिर गए तब उन्होंने 90वें ओवर में फिर यह जिम्मेदारी संभाली। इस बार कोहली और यशस्वी जायसवाल क्रीज पर थे। wisden की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रैथवेट की गेंदबाजी के दौरान कोहली को स्टम्प माइक पर यशस्वी जायसवाल से हिंदी में यह कहते सुना गया, ‘भट्टा फेंक रहा है।’ इसका मतलब यह है कि क्रैग ब्रैथवेट संभवत: चकिंग कर रहे थे और उनका एक्शन लीगल नहीं हो सकता है। यह खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी क्रैग ब्रैथवेट के एक्शन को लेकर सवाल उठने लगे।

पहले भी उठे हैं ब्रैथवेट के बॉलिंग एक्शन पर सवाल

यह पहली बार नहीं है जब ब्रैथवेट के गेंदबाजी एक्शन की आलोचना हुई है। पिछली बार जब भारत ने 2019 में वेस्टइंडीज का दौरा किया था, तब भी और 2017 में भी उन्हें संदिग्ध एक्शन के लिए रिपोर्ट किया गया था। हालांकि, उन्हें दोनों बार बरी कर दिया गया था क्योंकि ICC ने आगे के परीक्षणों में पाया कि उनका एक्शन तय लीगल लिमिट्स में था। बता दें कि यदि अंपायर या मैच रेफरी को संदेह है कि कोई गेंदबाज अवैध गेंदबाजी एक्शन के साथ गेंदबाजी कर रहा है, तो वे मैच के बाद इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं।

अवैध गेंदबाजी एक्शन को लेकर यह है ICC का नियम

आईसीसी की ओर से अवैध गेंदबाजी एक्शन को इस प्रकार परिभाषित किया गया है, अवैध बॉलिंग एक्शन वह गेंदबाजी एक्शन है, जिसमें प्लेयर की एल्बो एक्सटेंशन 15 डिग्री से अधिक हो जाती है। इसमें कोण की माप हाथ के क्षैतिज होने से लेकर हाथ से गेंद छोड़ने के बीच की जाती है।