भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में 6 विकेट से हार मिली और इस हार के बाद कई सवाल सामने आए। कई क्रिकेट एक्सपर्ट का कहना था कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को सीरीज के बीच में आराम दिया जाना कहीं से भी सही फैसला नहीं था। वैसे भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने जो कहा वो बातें पूरी तरह से सही थी क्योंकि इस वक्त भारतीय टीम के कई मुख्य खिलाड़ी अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं और एक बार को अगर वो खिलाड़ी बड़े टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं हो पाते हैं तो उनका विकल्प हमारे पास क्या होगा।
हमेशा टीम के साथ नहीं रहेंगे रोहित और कोहली
भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ क्रिकेट सीरीज खेलने के बाद सीधे एशिया कप और फिर वनडे वर्ल्ड कप खेलना है। टीम इंडिया का जो इस वक्त मुख्य लक्ष्य है वो है वनडे वर्ल्ड कप और इसकी तैयारी। तैयारी के लिहाज से अगर वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के पास विकल्प नहीं होगा, खिलाड़ियों का बैकअप नहीं होगा तो काफी मुश्किल खड़ी हो सकती है। इस स्थिति को देखते हुए कोच राहुल द्रविड़ चाहते हैं कि उनके पास जितने भी मैच हैं उसमें वो कुछ ऐसे नामों को आजमाएं जो कुछ विषम परिस्थिति सामने आने पर दूसरे खिलाड़ियों का विकल्प बन सकें।
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच में रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिया गया और उनकी जगह हार्दिक पांड्या ने कप्तानी की। हार्दिक पांड्या वनडे टीम के कप्तान भी हैं और ऐसा संभव है कि रोहित शर्मा के बाद उन्हें वनडे टीम का कप्तान बनाया जा सकता है। यही नहीं अगर रोहित शर्मा किसी बड़े मुकाबले में किसी वजह से खेल नहीं पाते हैं तो हार्दिक पांड्या मानसिक तौर पर कप्तानी के लिए तैयार रहेंगे। अगर ऐसी स्थिति आने से पहले उन्हें कुछ मैचों में कप्तानी का मौका दिया जा रहा है तो यह पूरी तरह से टीम के हित में है।
अब बात रही रोहित शर्मा और विराट कोहली की तो यह दोनों खिलाड़ी टी20 क्रिकेट में भारत के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2022 के बाद से नहीं खेल रहे हैं। भारतीय टी20 टीम की कमान हार्दिक पांड्या ही संभाल रहे हैं और इस टीम में ज्यादा से ज्यादा युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जा रहा है यानी एक बेहतरीन टीम तैयार करने की कोशिश की जा रही है क्योंकि 2024 में टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन भी होना है। अगर टी20 टीम में ऐसा हो सकता है तो वनडे में क्यों नहीं। कोहली और रोहित शर्मा की उम्र को देखते हुए यह बात तो साफ है कि वो ज्यादा दिनों तक भारत के लिए नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में अगर हम नई टीम तैयार करने के बारे में नहीं सोचेंगे तो यह टीम के भविष्य के लिए अच्छा नहीं होगा।
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच में रोहित और कोहली को आराम देकर अन्य भारतीय खिलाड़ियों को मौका दिया गया और इसके जरिए टीम को अपनी कमी का भी अहसास हुआ। दूसरे मैच के जरिए भारतीय टीम मैनेजमेंट ने भी देखा कि हमारी क्या कमी है और हमें कहां पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। भविष्य को देखते हुए हमें रोहित और कोहली का विकल्प भी तैयार करने की जरूरत है क्योंकि यह दोनों हमेशा टीम के साथ नहीं रहेंगे। यानी कोच राहुल द्रविड़ जो सोच रहे हैं वो टीम इंडिया की भविष्य के लिए अच्छा है और यह प्रयोग भारतीय टीम के हित में है।
