प्रत्युष राज। इंग्लैंड के बैजबॉल क्रिकेट के देखते हुए भारतीय टीम प्रबंधन इस बात पर विचार कर रहा है कि 12 जुलाई से डोमिनिका में खेले जाने वाले वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिए इशान किशन को केएस भरत पर तरजीह दिया जाए या नहीं। एशेज में इंग्लैंड ने जॉनी बेयरस्टो को बेन फॉक्स की जगह चुना, जिन्हें इंग्लैंड में सबसे अच्छा विकेटकीपर माना जाता है। बेयरस्टो ने पहले एशेज टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्टंप्स के पीछे कई गलतियां की हैं, लेकिन जब बल्लेबाजी की बात आती है तो फॉक्स उनके करीब नहीं टिकते।

बेयरस्टो ने इंग्लैंड की पहली पारी में 78 गेंद पर 78 रन बनाए और ब्रेंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स की अक्रामक शैली वाले क्रिकेट में वह फिट बैठते हैं। ऋषभ पंत के तौर पर भारत के पास एक ऐसा विकेटकीपर है, जो बेहतरीन बल्लेबाजी और कीपिंग दोनों करता है। पंत की चोट के बाद, भारत ने बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज और डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए केएस भरत को आजामाया।

रैंक टर्नर पिचों पर भरत जूझते दिखे

घरेलू सीरीज में एक रैंक टर्नर पिचों पर भरत ने रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी के खिलाफ विकेट के पीछे संघर्ष किया और बल्लेबाजी में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले, इशान किशन को खिलाने को लेकर खूब बहस हुई, लेकिन टीम प्रबंधन भरत के साथ बना रहा। फाइनल से पहले, टीम इंडिया के नेट सेशन में पर्याप्त संकेत मिले थे कि भरत पहली पसंद हैं।

केएस भरत के लिए बल्लेबाजी परेशानी

इशान ने कभी भी विकेटकीपिंग की प्रैक्टिस नहीं की। उन्हें केवल बल्लेबाजी का अभ्यास करते हुए देखा गया। भरत ने डब्ल्यूटीसी फाइनल खेला और विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन करते हुए कुछ बेहतरीन कैच लिए और उनके डीआरएस कॉल भी सही थे, लेकिन एक बार फिर बल्लेबाजी में उन्होंने निराश किया। वह ओवल की पिच पर शॉर्ट गेंद के खिलाफ असहज दिखे थे।

किशन को क्यों चुना जाना चाहिए?

पंत की चोट के बाद टीम इंडिया को उनके जैसे विकेटकीपर की तलाश है। भरत अपने पांच मैचों के टेस्ट करियर में एक बल्लेबाज के रूप में भरोसेमंद नहीं दिखे हैं। इशान किशन को भी शॉर्ट पिच गेंदबाजी के खिलाफ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन वेस्टइंडीज की पिचें कम बाउंस वाली और धीमी होती हैं। ऐसे में उनकी बल्लेबाजी शैली डेब्यू का मौका दिला सकती है। पंत की तरह किशन खेल पाएंगे या नहीं यह बड़ा सवाल है, लेकिन वह पंत की तरह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और अक्रामक शैली में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं। नंबर 7 पर तेजी से 50 या 60 बनाने से मैच का मोमेंटम शिफ्ट हो सकता है।

अन्य विकल्प

ऋद्धिमान साहा को पहले ही टीम से बाहर हो चुके हैं और उनका दलीप ट्रॉफी चयन से बाहर होने का निर्णय एक स्पष्ट संकेत है कि इस दिग्गज ने वापसी की उम्मीद छोड़ दी है। इशान और भरत के अलावा रेलवे के उपेंद्र यादव एक अन्य विशेषज्ञ कीपर-बल्लेबाज हैं, जिन्हें टीम प्रबंधन मौका दे सकता है। 26 वर्षीय खिलाड़ी भारत ए के साथ नियमित सदस्य रहा है। वह ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत के लिए खेले हैं।

केएल राहुल की फिटनेस परेशानी का कारण

बांग्लादेश ए के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट में यादव ने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार 71 रन बनाए। फिट होने पर केएल राहुल विकल्प हो सकते हैं। वह वनडे में भारत के लिए विकेटकीपर हैं, लेकिन उनके लगातार चोटिल होने और एकदिवसीय विश्व कप को ध्यान में रखते हुए भारतीय चयनकर्ता अनावश्यक जोखिम नहीं उठाएंगे।