साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत को रांची वनडे मैच में जो 17 रन से जीत मिली उसमें विराट कोहली की शतकीय पारी और कुलदीप यादव के फोर विकेट हॉल का सबसे बड़ा योगदान रहा। कोहली की 135 रन की पारी के दम पर भारत का स्कोर 349 रन तक पहुंचा तो वहीं कुलदीप की कमाल की गेंदबाजी ने प्रोटियाज को बैकफुट पर धकेलने का काम किया, लेकिन टीम इंडिया के बैटिंग कोच ने पहले वनडे में मिली जीत का नायक कोहली या कुलदीप नहीं बल्कि इस खिलाड़ी को बताया।

कोटक ने हर्षित राणा को बताया जीत का असली नायक

भारतीय बैटिंग कोच सीतांशु कोटक ने भारत की जीत का श्रेयस हर्षित राणा को दिया जिन्होंने नई गेंद से जबरदस्त प्रदर्शन किया और अपने स्पैल के पहले ही ओवर में रियान रिकेल्टन और क्विंटन डिकॉक को डक पर आउट करके मैच को पूरी तरह से पलट दिया और प्रोटियाज को बैकफुट पर धकेल दिया। हर्षित ने डेवाल्ड ब्रेविस को भी आउट किया जिन्होंने 28 गेंदों पर 37 रन की पारी खेली। उन्होंने 10 ओवर में 65 रन देकर 3 विकेट झटके।

‘हमेशा ऐसा ही रहेगा’, विराट कोहली ने वनडे फॉर्मेट में खेलने को लेकर दिया बयान; बने प्लेयर ऑफ द मैच

भारत नहीं कर पाता 349 रन का बचाव

सीतांशु कोटक ने माना कि अगर हर्षित राणा ने शुरुआती विकेट नहीं झटके होते तो भारत 349 रन का बचाव नहीं कर पाता। कोटक ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रांची के विकेट पर 350 का टारगेट ज्यादा मुश्किल नहीं था। ओस इतना ज्यादा था कि बॉलर गेंद को ठीक से पकड़ भी नहीं पा रहे थे और बॉल विकेट से फिसलकर सीधा बैट पर आ रही थी। मुझे लगता है कि हर्षित ने जो शुरुआती सफलता भारत को दिलाई उससे काफी फर्क पड़ गया नहीं तो प्रोटियाज इस स्कोर को चेज कर लेते।

अभिषेक शर्मा शेर तो तिलक वर्मा सवा शेर, युवराज के शिष्य नहीं कर पाए यह बड़ा कमाल; श्रेयस अय्यर का टूटा रिकॉर्ड

हर्षित ने कंडीशन का पूरा फायदा उठाया

सीतांशु कोटक ने हर्षित राणा को स्विंगिंग कंडीशन का पूरा फायदा उठाने का भी क्रेडिट दिया। उन्होंने कहा कि टॉस हारने के बाद भी इस मैच को जीतना मुझे लगता है कि ये तारीफ के काबिल है। हर्षित इस मैच में गेंद को अच्छी तरह से मूव करवा रहे थे और शुरुआत में वो सही एरिया में गेंद को हिट कर रहे थे क्योंकि कूकाबुरा बॉल शायद दो, चार या पांच ओवर तक ही स्विंग करती है। मुझे लगता है कि उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया।