IND vs SA 1st test match: भारत ने साउथ अफ्रीका की धरती पर अब तक 8 टेस्ट सीरीज खेले हैं, लेकिन उसे एक में भी जीत नहीं मिल पाई है। साउथ अफ्रीका में भारत टी20 और वनडे में अच्छा प्रदर्शन करती है, लेकिन बात जब टेस्ट की आती है तो टीम अपनी क्षमता के मुताबिक नतीजे नहीं दे पाती है।

टीम इंडिया फिर से यहां पर नौवीं टेस्ट सीरीज के लिए तैयार है, लेकिन भारत के लिए यहां जीतना चुनौती पूर्ण होने वाला है। भारतीय बल्लेबाज भी यहां पर ज्यादा सफल नहीं हो पाते हैं ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी फॉफ डुप्लेसिस ने बताया कि किस तरह से टीम इंडिया के बैट्समैन यहां पर सफल हो सकते हैं।

डुप्लेसिस ने भारतीय बल्लेबाजों को दिए टिप्स

फॉफ डुप्लेसिस ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि भारत में आमतौर पर जो उछाल मिलती है यहां पर उसकी तुलना में पूरी तरह से अतिरिक्त उछाल गेंद तो मिलती हैं। भारतीय बल्लेबाज गेंद को ऊपर से मारने के आदि हैं ऐसे में यहां पर गेंद को खेलना आसान नहीं होता है। साउथ अफ्रीका में अगर बल्लेबाजों को अच्छा खेलना है तो इसके लिए उन्हें सबसे पहले गेंद को अच्छी तरह से छोड़ना होगा और क्रीज पर लंबे समय तक टिकना होगा।

सेंचुरियन की पिच के बारे में डुप्लेसिस ने कहा कि यहां पर पहले दिन आम तौर पर विकेट पर थोड़ी घास होती है और यह थोड़ा धीमा होता है। दूसरे और तीसरे दिन यहां की सतह बल्लेबाजी के लिए अच्छी हो जाती है, लेकिन फिर यहां पर गेंद को गति मिलने लगती है और पिच में दरारें भी आने लगती है।

मैच के चौथे और पांचवें दिन ऊपर और नीचे उछाल होगा। इसलिए अगर आप पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो सेंचुरियन में टेस्ट हारना हमेशा मुश्किल होता है, लेकिन अगर आप पहली पारी में बल्ले से असफल रहे तो फिर आपको लंबी लड़ाई लड़नी होती है।

प्लेसिस ने कहा कि अगर आप दोनों टीमों की गेंदबाजी को देखें तो बराबरी पर नजर आती है, लेकिन जीत और हार का फर्क बल्लेबाज ही तय करेंगे। जीतना इस बात पर निर्भऱ करेगा कि किस टीम की बल्लेबाजी यूनिट दवाब को बेहतर ढंग से संभालने में सफल हो पाती है।

यहां पर रन बनाना अहम होगा और जब आपके पास बोर्ड पर रन होंगे तो जीतने की संभावना हमेशा बनी रहेगी। जाहिर तौर पर भारत के पास साउथ अफ्रीका से कहीं अधिक अनुभव है और वह एक खतरनाक टेस्ट टीम है। यदि वह कुछ रन बनाते हैं इस टीम के गेंदबाज अपना काम कर सकते हैं।