भारतीय टीम को कोलकाता में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन साउथ अफ्रीका के खिलाफ रविवार (16 नवंबर) को पहले टेस्ट में 30 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। टेस्ट मैच में ढाई दिन में ही 38 विकेट गिर गए। 130 रनों के लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम दूसरी पारी में 100 रन भी नहीं बना पाई। वह 93 रन पर आउट हो गई। साइमन हार्मर के सामने भारतीय बल्लेबाज दोनों पारियों में नहीं चल पाए। उन्होंने दोनों पारियों में मिलाकर 8 विकेट लिए।
साउथ अफ्रीका को पहली पारी में 159 रन पर आउट करने के बाद भारतीय टीम मजबूत स्थिति में थी, लेकिन उसकी बल्लेबाजी खराब रही। वह 189 रन पर आउट हुई, लेकिन उसे 30 रनों की बढ़त मिली। टर्निंग ट्रैक पर भारतीय टीम के लिए 124 रन का लक्ष्य भी पहाड़ जैसा बन गया। कप्तान शुभमन गिल की चोट ने मुश्किलें और बढ़ा दीं।
आइए जानते हैं भारतीय टीम की कोलकाता टेस्ट में हार के पांच कारण
गंभीर की रणनीति पर सवाल
भारतीय बल्लेबाज जब स्पोर्टिंग विकेट पर अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इस तरह की टर्निंग पिच की क्या जरूरत है? गौतम गंभीर की कोचिंग में इस तरह की रणनीति के साथ भारत को मुंह की खानी पड़ी है। भारत को घरेलू सरजमीं पर पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भी गंभीर नहीं माने और साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक बार फिर टर्निंग पिच चुनकर औंधे मुंह गिरी। भारतीय टीम के सीरीज में 0-1 से पिछड़ने के बाद गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठना तय है।
साई सुदर्शन बाहर
गौतम गंभीर का ऑलराउंडर के प्रति लगाव कमाल का है। कोलकाता टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग 11 चौंकाने वाली थी। कारण वही गंभीर का ऑलराउंडर प्रेम था। साई सुदर्शन को ड्रॉप करके वाशिंगटन सुंदर को नंबर 3 पर मौका दिया गया। टेस्ट मैच में 6 गेंदबाजी विकल्प के साथ उतरना काफी हैरानी भरा फैसला था। इस फैसले की काफी आलोचना हुई।
गिल की चोट
कप्तान शुभमन गिल के चोटिल होकर टेस्ट मैच से बाहर होना भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा झटका था। कप्तान बनने के बाद से गिल ने शानदार प्रदर्शन किया है। वह पहली पारी में भी बल्लेबाजी नहीं कर पाए थे। गर्दन में ऐंठन के कारण एक चौका लगाने के बाद ही पवेलियन लौट गए थे। अगर वह फिट होते तो संभवत: भारतीय टीम की बल्लेबाजी मजबूत होती।
बावुमा का अर्धशतक
चार पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगा। साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने अर्धशतक जड़ा। उनकी अर्धशतकीय पारी की मदद से साउथ अफ्रीका की टीम दूसरी पारी में 150 का आंकड़ा पार कर पाई। टेम्बा की कप्तानी में प्रोटियाज टीम एक टेस्ट मैच नहीं हारी है।
साउथ अफ्रीका 7 विकेट गिरने के बाद 62 रन जोड़े
साउथ अफ्रीका ने 91 रन पर 7 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद उसने 62 जोड़ दिए। अगर ये तीन विकेट जल्दी गिर गए होते तो भारतीय टीम मैच जीत सकती थी। भारतीय टीम के आखिरी तीन विकेट 16 रन के अंदर गिर गए।
