क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने कहा है कि रविवार(5 अक्टूबर) को कोलंबो में भारत के खिलाफ वनडे विश्व कप मैच के दौरान पाकिस्तान की ओपनर बल्लेबाज मुनीबा अली को नियमों के तहत रन आउट दिया गया। एमसीसी ने कहा कि अली को आउट देना सही फैसला था क्योंकि यह “बाउंसिंग बैट लॉ” के अंतर्गत नहीं आता। इस नियम के तहत विकेट की दिशा में बढ़ते हुए अनजाने में जमीन से संपर्क खोने वाले बल्लेबाज को नॉट आउट दिया जाता है।
एमसीसी ने आगे कहा कि यह नियम 2010 में लागू किया गया था। इस नियम के तहत वह बल्लेबाज को नॉट आउट नहीं होता, जो दूसरा रन लेने के लिए मुड़ रहा हो या मुनीबा की तरह बैट हवा में हो। एमसीसी ने कहा, “यह नियम 2010 में लागू किया गया था और इसे ‘बाउंसिंग बैट लॉ’ के रूप में संदर्भित किया जाता है। इसके तहत वह बल्लेबाज नॉट आउट होता है,जो अनजाने में स्टंप की ओर बढ़ते समय जमीन से संपर्क खो देता है। या तो उसका बल्ला उछल जाता है या स्वाभाविक रूप से दौड़ते वक्त उसके दोनों पैर हवा में होते हैं।”
‘बाउंसिंग बैट लॉ’ नियम के तहत कौन नहीं होता आउट
एमसीसी ने कहा, “इसके तहत वह बल्लेबाज को नॉट आउट नहीं होता जो दूसरा रन लेने के लिए मुड़ रहा हो, ओवरबैलेंस हो या जिसका मुनीबा की तरह बल्ला हवा में उठा हो। थर्ड अंपायर ने आउट देकर पूरी तरह से सही फैसला किया।” भारत के खिलाफ रविवार को वनडे विश्व कप मुकाबले में मुनीबा अली दो रन बनाकर अजीबोगरीब तरीके से रन आउट हुईं। क्रांति गौड़ की अंदर आती गेंद पैड पर लगी और भारतीय टीम ने एलबीडब्ल्यू की अपील की। अंपायर ने नॉट आउट दिया तब वह क्रीज से बाहर थीं। वह क्रीज में आ गईं और बल्ला जमीन पर अड़ा दिया।
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फातिमा सना ने फोर्थ अंपायर से लंबी बहस की
इस दौरान कुछ पल के लिए मुनीबा अली का बल्ला उठा और तभी दीप्ति शर्मा शर्मा का थ्रो स्टंप पर लगा। भारतीय टीम ने फिर अपील की और थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज को आउट दे दिया। इससे पाकिस्तानी कप्तान फातिमा सना काफी निराश हुईं। उन्होंने फोर्थ अंपायर किम कॉटन से लंबी बहस की। पाकिस्तान यह मैच 88 रनों से हार गया और टूर्नामेंट में लगातार दो मैचों में उसकी दूसरी हार हुई।