भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन हुए एक दशक से भी ज्यादा का वक्त बीत चुका है। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी वनडे सीरीज भारतीय धरती पर साल 2012-13 में खेली गई थी और तब पाकिस्तान की टीम भारत आई थी। इस दौरे पर दोनों देशों के बीच दो मैचों की टी20 सीरीज जबकि तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली थी। टी20 सीरीज ड्रॉ के साथ खत्म हुआ था जबकि वनडे सीरीज में पाकिस्तान की टीम को 2-1 से जीत मिली थी। मिस्बा-उल-हक की कप्तानी में पाकिस्तान ने पहले दो वनडे मुकाबले जीते थे जबकि तीसरे वनडे में दिल्ली में भारत को जीत मिली थी।

इस वनडे सीरीज के तीसरे मुकाबले के बारे में बात करते हुए पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर सईद अजमल ने कहा कि उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला चाहिए था जबकि ऐसा नहीं हुआ था। इस मैच में सईद अजमल ने 5 विकेट लिए थे और भारत को पाकिस्तान ने 167 रन पर रोक दिया था। अजमल ने कहा कि ये मेरी खराब किस्मत थी कि ऐसा नहीं हुआ क्योंकि उस मैच में हमने भारत को कम रन पर रोक दिया था। यह एकमात्र ऐसा क्रिकेट सीरीज था जिसमें मैं भारत में खेला था। मैंने पहले दो वनडे मैचों में भी अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन तीसरे वनडे में मैंने पांच विकेट लिया था जो मेरा वनडे का बेस्ट फिगर है।

उन्होंने आगे कहा कि पांच विकेट लेने के बाद भी मुझे प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब नहीं मिला और धोनी को 18 रन बनाने साथ ही दो कैच ड्रॉप करने के लिए ये खिताब दिया गया था। यह पूरी तरह से गलत था क्योंकि मैन ऑफ द मैच का मतलब क्या होता है। जिसने उस खेल में अच्छा प्रदर्शन किया है उसे ये खिताब मिलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि भारत ने वो मैच जीता था इसकी वजह से धोनी को ये खिताब दिया गया, वैसे उन्होंने कैच छोड़ा था। अजमल ने ये बातें अली नादिर की पॉडकास्ट पर कही।

आपको बता दें कि अजमल ने जो 18 रन की बात कही वो सही नहीं है क्योंकि धोनी ने उस मैच में 36 रन बनाए थे और भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे साथ ही उन्होंने एक शानदार कैच पकड़ा था और एक स्टंप आउट भी किया था। भारत ने इस मैच में लो स्कोर को डिफेंड किया था जो बहुत बड़ी बात थी।