भारतीय टीम के फील्डिंग कोच रेयान टेन डोएशे ने शनिवार (13 सितंबर) को कहा कि एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच के बहिष्कार की भावना एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है, लेकिन खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और भारत सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ किसी भी खेल संबंध पर रोक लगाने की व्यापक मांग उठ रही है। ऐसे में परंपरा से हटकर भारतीय टीम प्रबंधन ने अपने सबसे जूनियर कोचिंग स्टाफ टेन डोएशे को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भेजा क्योंकि बोर्ड के गलियारों में आशंका थी कि अगर मुख्य कोच गौतम गंभीर को भेजा जाता तो उनके पहले के रुख पर सवाल होते।
डोएशे ने बताया कि कोच गौतम गंभीर ने भारतीय खिलाड़ियों को क्या संदेश दिया है। नीदरलैंड के इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। खिलाड़ी जनता की भावनाओं को महसूस करते हैं। हमने टीम की बैठकों में इस पर चर्चा की है। खिलाड़ी यहां क्रिकेट खेलने आए हैं और हम सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।’’
गौतम गंभीर का संदेश
डोएशे ने कहा, ‘‘हमारी सोच खेल को राजनीति से अलग रखने की है। मैं भावनाओं को समझता हूं, लेकिन हम बीसीसीआई और सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। हमें इसका अंदेशा था और यह निराशाजनक है। मुख्य कोच गौतम गंभीर का संदेश है कि उन चीजों पर ध्यान न दें जो हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। उनका संदेश है कि केवल क्रिकेट पर ध्यान दें।’’
गौतम गंभीर ने अपनाया था कड़ा रुख
दिलचस्प बात यह है कि इससे पहले गौतम गंभीर ने खुद भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच पर काफी कड़ा रुख अपनाया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली में एबीपी के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, “मेरा निजी जवाब बिल्कुल नहीं है। जब तक यह सब (सीमा पार आतंकवाद) बंद नहीं होता, भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ भी नहीं होना चाहिए। आखिरकार यह सरकार का फैसला है कि हम उनके साथ खेलें या नहीं। …कोई भी क्रिकेट मैच, बॉलीवुड फिल्म या कोई भी अन्य बातचीत भारतीय सैनिकों और भारतीय नागरिकों की जान से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।”
पीटीआई इनपुट से खबर