भारत-न्यूजीलैंड के बीच विश्व कप सेमीफाइनल मैच के दौरान वानखेड़े में धीमी पिच की उम्मीद की जा रही है। टीम प्रबंधन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के क्यूरेटर से वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर से घास को हटाने के लिए कहा है। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार थिंक टैंक ने बेंगलुरु में नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच के बाद वानखेड़े के क्यूरेटर को अपनी प्राथमिकता के बारे में सूचित किया था।
बीसीसीआई के लोकल क्यूरेटर्स ने विश्व कप के दौरान देश भर में पिचों की देखभाल के लिए एक स्थानीय समूह का गठन किया है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने भी प्रत्येक मैच के लिए वेन्यू पर अपने विशेषज्ञ भेजे। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि घरेलू टीम के मुंबई पहुंचने से पहले एक धीमा ट्रैक तैयार करने का संदेश दिया गया था।
टर्नर नहीं धीमी पिच
सूत्र ने कहा, ” यह टर्नर नहीं होगी, लेकिन टीम ने धीमी पिच की मांग की थी। यही मुख्य कारण था कि हमने घास हटा दी।” भारत ने पिछले कुछ वर्षों में घरेलू मैदान पर धीमी पिचों पर अच्छा प्रदर्शन किया है। विश्व कप से पहले टीम प्रबंधन ने अपने मैच धीमी पिचों पर कराने का अनुरोध किया था।
वानखेड़े में चेज चुनौती
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को पिच को अच्छी तरह देखा। बाद में टीम प्रबंधन ने ग्राउंडस्टाफ से बात की और पूछा कि क्या वे अभ्यास सत्र के बाद एंटी डियू कैमिकल का छिड़काव करेंगे? टूर्नामेंट के दौरान वानखेड़े में लक्ष्य का पीछा करना कठिन रहा है। अब तक केवल चार मैचों में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है। इसमें अफगानिस्तान के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल की पारी शामिल है।
टॉस को लेकर रोहित शर्मा का बड़ा बयान
इस के बारे में पूछे जाने पर टीम इंडिया के कप्तान और लोकल ब्वॉय रोहित शर्मा ने कहा, “मैंने यहां बहुत क्रिकेट खेला है। पिछले 4-5 मैच मुझे इस बारे में बहुत कुछ नहीं बताएंगे कि वानखेड़े क्या है? मैं निश्चित रूप से मानता हूं कि टॉस से मैच के परिणाम पर बहुत ज्यादा फर्क पड़ेग।”