रविचंद्रन अश्विन अक्सर क्रिकेट ग्राउंड पर विवादों से घिरे रहते हैं। हालांकि वे अक्सर हर चीज नियमानुसार ही करते हैं लेकिन फिर भी किसी ना किसी तरह से विवाद खड़ा ही हो जाता है। इस बार न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट के दौरान अश्विन और फील्ड अंपायर नितिन मेनन के बीच काफी बहसबाजी देखने को मिली।
दरअसल ये बहस दूसरे दिन से शुरू हुई थी जब मयंक अग्रवाल घुटने पर बैठकर फील्डिंग कर रहे थे। उस वक्त भी अश्विन ने अंपायर को पिच के कम उछाल का हवाला दिया और उन्हें अपने सुझाव से चुप कराया। इसके बाद तीसरे दिन लगातार अंपायर और अश्विन के बीच बातचीत होती रही।
ये वाकिया है न्यूजीलैंड की पारी के 77वें ओवर का जिस वक्त अश्विन गेंदबाजी कर रहे थे और अंपायर नितिन मेनन उनसे नाखुश दिख रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि गेंद फेंकने के बाद अश्विन ने अपने फॉलो थ्रू में ही पिच क्रॉस कर ली। जिस पर अंपायर मेनन ने आपत्ति जताई।
अंपायर की आपत्ति पर अश्विन भी अड़ गए क्योंकि उनके मुताबिक सबकुछ नियमों के मुताबिक ही हुआ। अजिंक्य रहाणे भी दोनों की बातचीत के बीच में आए और उन्हें भी अंपायर को समझाते देखा गया। इसके बाद कैमरे में हेड कोच राहुल द्रविड़ भी नजर आए जो सीधे रेफरी बॉक्स में जाते हैं और इस मैच के रेफरी जवागल श्रीनाथ से बात करते हैं।
अश्विन को अक्सर क्रिकेट के नियमों का हवाला देते हुए विवादों का सामना करना पड़ता है। फिर चाहें वो मांकडिंग हो या फिर नॉन-स्ट्राइक पर खिलाड़ी के पैर से लगकर गई गेंद पर रन दौड़ना। बाद वाला जो वाकिया था इसे लेकर हाल ही में आईपीएल 2021 के दौरान अश्विन-मॉर्गन और टिम साउदी के बीच विवाद सामने आया था।
इस विवाद ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरीं। कई पूर्व खिलाड़ियों ने इस मामले पर अपनी राय दी थी और अश्विन को गलत बताया था। इसके बाद भारत के गौतम गंभीर समेत कई पूर्व क्रिकेटर्स ने अश्विन का समर्थन किया था। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया भी इस मामले में कूदी थी।
गौरतलब है कि कानपुर में भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले का आज तीसरा दिन जारी है। रविंचंद्रन अश्विन ने ओपनर विल यंग को आउट कर 151 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप को तोड़ा और भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद उमेश यादव ने कप्तान केन विलियमस को वापस पवेलियन भेजा।