वेंकट कृष्णा बी (Venkata Krishna B)

न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में लोकल ब्वॉय मोहम्मद सिराज ने कमाल का प्रदर्शन किया। सिराज ने 10 ओवर में 46 रन देकर 4 विकेट लिए। घरेलू मैदान पर इंडिया की जर्सी में सिराज को खेलते देखने के लिए 18 जनवरी 2023 को हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में उनका परिवार और करीबी दोस्त भी मौजूद थे। स्टेडियम की दूसरी मंजिल पर एक कॉरपोरेट बॉक्स में सिराज का परिवार और करीबी दोस्त अपने ‘चहेते’ को खेलते देखने का तब से इंतजार कर रहे थे जब से तेज गेंदबाज ने भारत के लिए डेब्यू किया था।

न्यूजीलैंड की पारी के दौरान जैसे ही रोहित शर्मा ने सिराज को गेंद थमाई तो उधर कॉरपोरेट बॉक्स बॉलकनी में उनकी मां शबाना बेगम को कुर्सी पर बैठना भारी पड़ गया। जब भीड़ सिराज-सिराज का नारा लगा रही थी तो सिराज की बहन शबाना बेगम के बगल में ही थी, लेकिन वह भावनाओं से अभिभूत थीं। शबाना बेगम ने ग्रिल की रेलिंग को कस कर पकड़ रखा था। यहां तक कि जब अन्य लोग बातचीत में लगे हुए थे, तब भी वह चुपचाप खड़ी रहीं। वह अपने आसपास हो रही हर चीज से बेखबर थीं। जितना ये सिराज का पल था, उतना ही ये उनका भी था। कुछ देर के लिए तो ऐसा लगा कि वह अपनी ही दुनिया में हैं, जहां सिर्फ बेटा और मां ही आसपास हैं।

अचानक सिराज को देख मां को लगा था झटका

सिराज सोमवार को टीम होटल से अचानक अपने घर पहुंच गए थे। शबाना बेगम ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मैं नमाज अदा कर रही थी… और जब मैंने अपनी आँखें खोलीं, तो मेरा मिया वहां था। ‘मुबारक’ कह रहा था। थोड़ा झटका था क्यूंकि पहले उसने हमें बताया था कि वह मंगलवार को ही हमारे पास आएगा; इसलिए हमने कुछ खास नहीं पकाया था। इसलिए मैंने पहले उसे डांटा! लेकिन उसने कहा कि आपकी दुआ चाहिए; बस वही काफी है। मैंने जल्दी से उसकी पसंदीदा खिचड़ी बनाई।’

सिराज ने परिवार और करीबी दोस्त के लिए स्टेडियम में किया इंतजाम

शबाना बेगम के साथ सोफिया सुल्ताना (सिराज की छोटी बहन), दादी, चाची और उसके मामा और एक दर्जन दोस्त भी थे। शबाना बेगम कहती हैं, ‘वह चाहता था कि हम सभी यहां स्टेडियम में हों और उसने सभी व्यवस्थाएं कीं। अगर उसके पिता आज होते, तो उन्हें बहुत गर्व महसूस होता। एक मां के रूप में मुझे लगता है कि सभी प्रसिद्धि और सफलता के बावजूद वह एक इंसान के रूप में नहीं बदला है और हम सभी की देखभाल कर रहा है।’ जैसाकि सोफिया नया आईफोन दिखाती हैं जो सिराज ने उसे उपहार में दिया है।

सिराज के डेब्यू पर फूट-फूट कर रोईं थीं मां और दादी

जब सिराज ने दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया तो दो विकेट लेने के बाद उनके परिवार ने उनके दोस्तों को घर नहीं आने के लिए कहा था, क्योंकि सिराज के पिता का देहांत हुए ज्यादा दिन नहीं हुए थे और घर में शोक का माहौल था। राष्ट्रगान के दौरान जब उन्होंने सिराज को भारतीय टीम के साथ खड़ा देखा तो मां और दादी फूट-फूट कर रो पड़ीं थीं। उन्होंने अपने फोन बंद कर दिए और मैच देखने लगे।

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न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में अपने चहेते को भारत की जर्सी में खेलते देखने के लिए हैदराबादियों का हुजूम उमड़ पड़ा। (सोर्स- द इंडियन एक्सप्रेस)

भले ही सिराज के सभी करीबी दोस्त, विशेष रूप से वे जो पहले लांसर मैदान में क्रिकेट खेलते थे, बुधवार को स्टेडियम की बॉलकनी में बैठे थे, लेकिन मोहम्मद शफी बाकी लोगों से अलग हैं। शफी सिराज के कप्तान थे, जब वह शहर में टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट खेलते थे। शबाना बेगम शफी का परिचय कराते हुए कहती हैं, ‘सिराज और शफी हर समय एक साथ घूमते थे। बचपन का दोस्त है।’

टीम इंडिया के लिए भी ‘अनमोल’ हैं मोहम्मद सिराज

जैसे ही शफी के फोन की घंटी बजती है तो वह गर्व से दिखाते हैं, ‘ये देखिए…। आई-फोन। इसे सिराज ने गिफ्ट किया था। शफी अपने ‘अनमोल दोस्त’ के बारे में कहते हैं, ‘…और यह स्मार्टवॉच भी। एक और जी-शॉक घड़ी है जो उसने मुझे मेरे जन्मदिन पर भेंट की थी। मैंने इसे सुरक्षित रखा है क्योंकि यह महंगी है।’ खेल के दौरान सिराज ने दिखाया कि वह भारत के लिए कितने अनमोल हैं, क्योंकि उनके 4 विकेट ने भारत को पहला वनडे 12 रन से जीतने में मदद की।