India vs New Zealand, Ind vs NZ 2nd ODI Playing 11: भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैच की सीरीज का दूसरा वनडे शनिवार यानी 8 फरवरी 2020 को ऑकलैंड के ईडन पार्क पर खेला जा रहा है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। इस मैच में टीम इंडिया ने 2 बदलाव किए हैं।
टीम इंडिया ने मोहम्मद शमी की जगह नवदीप सैनी और कुलदीप यादव की जगह युजवेंद्र चहल को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है। चहल करीब 6 महीने बाद टीम इंडिया के लिए वनडे खेल रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी वनडे 14 अगस्त 2019 को पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।
न्यूजीलैंड की टीम भी एक बदलाव के साथ उतरी है। उसने मिशेल सैंटनर की जगह मार्क चैपमैन को आखिरी एकादश में शामिल किया है। मार्क चैपमैन ने इस मैच से वनडे में डेब्यू किया। पहले वनडे में जसप्रीत बुमराह को छोड़कर हर भारतीय ने 6 से ज्यादा की इकॉनमी रेट से रन दिए थे। इस मैच में दोनों टीमें इन खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरी हैं।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, शार्दूल ठाकुर, नवदीप सैनी, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह।
न्यूजीलैंड : टॉम लाथम (कप्तान और विकेटकीपर), मार्टिन गप्टिल, हेनरी निकोल्स, टॉम ब्लंडेल, रॉस टेलर, मार्क चैपमैन, जेम्स नीशम, कॉलिन डीग्रैंडहोम, टिम साउदी, हैमिश बेनेट, काइल जैमीसन।
Highlights
इस मैच से युजवेंद्र चहल की करीब 6 महीने बाद वनडे की प्लेइंग इलेवन में वापसी की है। उन्होंने अपना आखिरी वनडे 14 अगस्त 2019 को पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उनकी वापसी शानदार रही है। उन्होंने 58 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
पहले मैच में पिच बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग साबित हुई थी। हालांकि, दूसरे मैच में यह थोड़ी धीमी हो गई थी। वनडे के लिए इस पिच को नए सिरे से तैयार किया गया है। उम्मीद की जा रही यह बल्लेबाजी के अनुकूल होगी।
सीरीज के पहले मैच में न्यूजीलैंड केन विलियम्सन और फ्रंटलाइन पेसर्स के बिना मैदान पर उतरी थी। इसके बावजूद विराट कोहली की सेना को हरा दिया। मेजबान टीम ने 348 रन के विशाल लक्ष्य को 11 गेंद पहले ही हासिल कर लिया। ऐसे में इस मैच में बल्लेबाजों के साथ-साथ भारतीय गेंदबाजों को भी दम दिखाना होगा।
स्टार स्पिनर हरभजन सिंह ने दूसरे वनडे में कुलचा जोड़ी (कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल) को खिलाने की वकालत की है। इसके पीछे उन्होंने दलील दी, ‘न्यूजीलैंड तेज गेंदबाजों के खिलाफ कभी भी खेल सकती है और तेज गति से रन बना सकती है, लेकिन स्पिनर्स को खेलने में उन्हें मुश्किल होती है।’
शायद छोटी बाउंड्री की वजह से ऐसा किया गया, लेकिन ऑकलैंड का मैदान तो और भी छोटा है। ऐसे में शिवम दुबे या मनीष पांडे को उतारना फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
पहले वनडे में भारतीय फील्डिंग भी लचर थी। चेन्नई, मुंबई और हैमिल्टन में खेले गए वनडे मैचों में भी हार का अहम कारण लचर फील्डिंग ही थी। बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के बाद से टीम इंडिया के फील्डिंग का स्तर गिरा है।
टीम इंडिया में केदार जाधव की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। चयनकर्ताओं ने टीम में संतुलन के लिए उन्हें अंतिम एकादश में रखा था, लेकिन कोहली ने हैमिल्टन में उनसे एक भी ओवर नहीं कराया।
नवदीप सैनी और शार्दूल ठाकुर गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों का अभ्यास किया। ठाकुर टी20 मैच में महंगे साबित हुए थे। वे पहले वनडे में भी कुछ खास नहीं कर पाए थे। उनकी जगह सैनी को उतार जा सकता है।