पूर्व विकेटकीपर दिनेश कार्तिक का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का ठीकरा सीनियर भारतीय खिलाड़ियों पर फोड़ा जाना चाहिए। पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि कोच गौतम गंभीर पर दोष मढ़ना अनुचित होगा। मांजरेकर ने रोहित के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर को फॉर्म में चल रहे सरफराज से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजने के फैसले पर सवाल उठाए।
भारत ने शनिवार (27 अक्टूबर) को पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच 113 रनों से गंवा दिया। इससे ब्लैक कैप्स ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। इसके साथ ही 2012-13 में इंग्लैंड से हारने के बाद से घरेलू मैदान पर लगातार 18 सीरीज जीतने का भारत का अजेय रथ रुक गया। दोनों मैचों के दौरान सीनियर खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। रोहित शर्मा और विराट कोहली बल्ले से संघर्ष करते रहे, जबकि रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की शानदार स्पिन जोड़ी भी कोई खास प्रभाव छोड़ने में विफल रही।
कार्तिक ने क्रिकबज पर कहा, “हां। (सीरीज में हार की जिम्मेदारी) सीनियर खिलाड़ियों पर क्यों नहीं आनी चाहिए? वे खुद सोच रहे होंगे कि और क्या बेहतर कर सकते थे? मुझे नहीं लगता कि वे इससे भागे हैं। अगर आप जीत का जश्न मनाते हैं और प्रशंसक इसका आनंद लेते हैं। वे महत्वपूर्ण हैं,तो जब हार होती है और आप पर ईंट-पत्थर फेंके जाते हैं, मुझे लगता है कि उनमें इसका सामना करने का साहस होगा।”
सीनियर खिलाड़ी स्वयं हार की जिम्मेदारी लेंगे
कार्तिक ने कहा कि सीनियर खिलाड़ी स्वयं हार की जिम्मेदारी लेंगे और स्वीकार करेंगे यह उनकी सर्वश्रेष्ठ सीरीज नहीं थी। उन्होंने कहा, “अगर आप उनमें से हर एक से व्यक्तिगत रूप से पूछें कि वे इस सीरीज के बारे में क्या सोचते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि वे पूरी टीम के प्रदर्शन के बारे में कुछ खास कह पाएंगे, और उनसे यह पूछना उचित ही होगा कि भारत में टेस्ट क्रिकेट के भविष्य और भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए क्या बेहतर किया जा सकता है। मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। मैं उनमें से हर एक को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। वे कहेंगे कि उनके लिए यह सीरीज अच्छी नहीं रही। फिर सवाल यह उठता है कि उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए क्या करने की जरूरत है और यह एक मौजू सवाल है।”
क्रिकेट में कोच का प्रदर्शन पर न्यूनतम प्रभाव
भारत की रणनीतिक गलती और दो टेस्ट मैचों में लगातार बल्लेबाजी के खराब प्रदर्शन के बाद नए मुख्य कोच गौतम गंभीर भी आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं, लेकिन मांजरेकर ने पूर्व ओपनर बल्लेबाज का बचाव किया है। मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो पर कहा, “मैं अब भी यही कहूंगा कि कोच का टीम पर सबसे कम प्रभाव होता है, आपके 11वें सबसे कमजोर खिलाड़ी से भी कम। वह मैदान पर पैर नहीं रखता, कप्तान वहां प्रभारी होता है। लेकिन आपको वाशिंगटन सुंदर के चयन के लिए उनकी सराहना करनी होगी, जो तुरंत हिट हुआ। गौतम गंभीर पर किसी भी तरह की जिम्मेदारी डालना बहुत अनुचित होगा। क्रिकेट में कोच का प्रदर्शन पर न्यूनतम प्रभाव होता है।”
मांजरेकर ने रोहित शर्मा पर निशाना साधा
मांजरेकर ने फॉर्म में चल रहे सरफराज खान से पहले ऑलराउंडर वाशिंगटन को बल्लेबाजी करने के फैसले पर सवाल उठाए और कहा कि कप्तान रोहित शर्मा को टी20 मानसिकता से बाहर आना चाहिए। उन्होंने कहा, ” सरफराज खान को निचले क्रम में बल्लेबाजी करवाने और बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के कारण वाशिंगटन सुंदर को उनके ऊपर भेजने जैसी चीजें नहीं होनी चाहिए। यह बिलकुल अजीब है। यह एक ऐसी चीज है, जिससे रोहित शर्मा को सावधान रहने की जरूरत है… टी20 की बाएं हाथ और दाएं हाथ के संयोजन के बारे में सोचना। मुझे लगता है कि उन्हें खिलाड़ियों की गुणवत्ता और क्षमता के आधार पर ही आगे बढ़ना चाहिए।”