ऋतुराज गायकवाड़ की प्रशंसा करने लायक बहुत कुछ है। ऋतुराज गायकवाड़ के लिए अनुभवी भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दिन भर नेट्स पर गेंदबाजी कर सकते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर और चयनकर्ता किरण मोरे ने उन्हें ‘भविष्य का कप्तान’ करार दिया है। 26 साल के ऋतुराज गायकवाड़ ने 43 गेंद में 58 रन की शानदार पारी खेली।

ऋतुराज की पारी की मदद से आयरलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल में भारतीय टीम मजबूत स्थिति में पहुंची। ऋतुराज गायकवाड़ ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में अपने कप्तान एमएस धोनी से एक या दो तरकीबें सीखीं हैं। हालांकि, उन्होंने इसे ‘अनावश्यक प्रचार’ कहकर सभी अपेक्षाओं को खारिज कर दिया।

डबलिन में दूसरे टी20 में भारत की 33 रन की जीत के बाद ऋतुराज गायकवाड़ ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने, घर लौटने और अपने दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करने को लेकर काफी हद तक स्पष्ट हूं। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि नेतृत्व की भूमिका बहुत जटिल चीज है।

ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा, ‘माही भाई हमेशा कहते हैं कि एक समय में एक ही खेल पर ध्यान दो। बस वर्तमान में जियो, भविष्य की चिंता मत करो। हर कोई प्रचार करता है चाहे वह कुछ भी हो। मैं उस तरह का व्यक्ति नहीं हूं जो वास्तव में सोशल मीडिया देखता है और सुनता है कि कोई मेरे बारे में क्या कह रहा है। मुझे लगता है कि यह उन गुणों में से एक है जो मैंने सीएसके में रहते हुए सीखी।’

ऋतुराज गायकवाड़ घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र टीम का नेतृत्व करते हैं। आगामी एशियाई खेलों में वह भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करेंगे। लीडरशिप पर्सन टू पर्सन पर निर्भर करती है। ऋतुराज गायकवाड़ कहते हैं, ‘मेरे लिए नेतृत्व उन दस खिलाड़ियों को अधिकतम आत्मविश्वास देना है, जो खेल रहे हैं। सुनिश्चित करें कि मैं उनके स्थान पर खुद को रखूं और सोचूं कि वे क्या सोच रहे हैं और वे किस दौर से गुजर रहे हैं।

कभी-कभी बल्लेबाजों और गेंदबाजों का समर्थन करना महत्वपूर्ण होता है: ऋतुराज गायकवाड़

ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा, ‘कभी-कभी बल्लेबाजों और गेंदबाजों की अपनी योजनाएं होती हैं। वे वास्तव में खेल के बारे में अपने दृष्टिकोण से सोच रहे होते हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि उस पल में उनका समर्थन करना महत्वपूर्ण है। खेल के बाद हमेशा यह संभावना रहती है कि क्या गलत हुआ, हम क्या सुधार कर सकते थे। मेरे लिए खेल में विशेष रूप से, यह खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देने के बारे में है। सुनिश्चित करें कि वे पहले अपना समर्थन करें। बहुत सारे सुझाव भी भ्रम पैदा करते हैं। मेरा यही मानना है।’