IND vs ENG: यशस्वी जायसवाल का रिकॉर्ड टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ काफी अच्छा रहा है और इस क्रम को उन्होंने जारी रखा। यशस्वी इंग्लिश टीम के खिलाफ पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और यहां अपनी पहली ही पारी में उन्होंने बेहतरीन शतकीय पारी खेली। हेडिंग्ले टेस्ट मैच में यशस्वी ने पारी की शुरुआत केएल राहुल के साथ की और इंग्लैंड की धरती पर अपने पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में क्रैंप के बावजूद शतक लगाने का कमाल किया।

WTC में ये यशस्वी जायसवाल का 5वां शतक रहा जबकि ये उनके टेस्ट क्रिकेट करियर का भी 5वां शतक ही था जबकि इंग्लैंड के खिलाफ ये उनके टेस्ट करियर का तीसरा शतक रहा। यशस्वी ने इंग्लैंड में शुरुआत तो काफी अच्छी की और अब वो इस टेस्ट सीरीज में कम से कम और कितने शतक लगाएंगे इसके बारे में उनके बचपन के कोच ज्वाला सिंह ने बताया।

मानसिक रूप से बेहद मजबूत हैं यशस्वी

ज्वाला सिंह ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया कि यशस्वी जायसवाल मानिसक रूप से बेहद मजबूत हैं और उन्होंने भारत के इस युवा बल्लेबाजी की जमकर तारीफ की। ज्वाला सिंह ने यशस्वी की पारी की तुलना लॉर्ड्स में सौरव गांगुली की शतकीय पारी के साथ की और कहा कि इसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि यशस्वी ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ था।

कम से कम 2 और शतक लगाएंगे यशस्वी

ज्वाला सिंह ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इंग्लैंड दौरे पर यशस्वी जायसवाल कम से कम 2 और शतक लगा सकते हैं। मुझे उम्मीद थी कि वो ऑस्ट्रेलिया में 2 शतक लगाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था। यशस्वी ने अपने खेल पर कड़ी मेहनत की है और मुझे यकीन है कि इंग्लैंड के खिलाफ वो कम से कम 2 और शतक तो लगाएंगे। आपको बता दें कि यशस्वी ने पहले टेस्ट की पहली पारी में पहले ही दिन 159 गेंदों पर एक छक्का और 16 चौकों की मदद से 101 रन की पारी खेली।

भारत जीतेगा टेस्ट सीरीज

ज्वाला सिंह ने कहा कि यशस्वी मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं और हमेशा अपने खेल पर काम करते हैं। उन्होंने रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में युवा टीम इंडिया के अच्छे प्रदर्शन का समर्थन किया। जायसवाल के कोच ने भविष्यवाणी की कि भारत इंग्लैंड में चौथी बार सीरीज जीतेगा। उन्होंने कहा कि बीबीसीआई ने उन्हें ज्यादा अभ्यास के लिए जल्दी ही इंग्लैंड भेज दिया था। लोगों ने कहा कि कोहली-रोहित के बिना टीम संघर्ष करेगी, लेकिन टीम के युवा खिलाड़ी शानदार खेल रहे हैं और वो चुनौतियों का सामना करना जानते हैं।