लॉर्ड्स में तिरंगा लहराने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने लंदन के केनिंग्टन ओवल में भी अपना परचम लहराया है। भारत ने ओवल में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 157 रनों से मात दी। इसी के साथ भारत सीरीज में 2-1 से आगे हो गया है। खास बात ये है कि 50 साल बाद भारत को इस मैदान पर जीत मिली है।
चौथे टेस्ट के आखिरी दिन आज टीम इंडिया ने 50 साल बाद ओवल क्रिकेट ग्राउंड पर ये कारनामा कर दिखाया है। भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने इस मैच में शानदार वापसी करते हुए ये ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। पहली पारी में भारत 99 रनों से पिछड़ गया था। भारत के लिए दूसरी पारी में उमेश यादव ने तीन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा ने भी 2-2 विकेट अपने नाम किए।
इससे पहले इस मैदान पर भारत ने कुल 13 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें से केवल एक मैच में ही भारत ने जीत दर्ज की थी। यानी इस मैदान पर भारत की आज ये दूसरी जीत है। इस मैदान पर भारत का ये 14वां टेस्ट मैच था।
वहीं इस मैदान पर पांच मैचों में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है और सात मुकाबले ड्रॉ समाप्त हुए हैं। भारत को आज से पहले इस मैदान पर एकमात्र जीत करीब 50 साल पहले 1971 के इंग्लैंड दौरे पर मिली थी। 1971 में अजीत वाडेकर की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने इस मैदान पर पहली जीत दर्ज की थी। ये इंग्लैंड की सरजमीं पर भारत की पहली टेस्ट जीत भी थी।
ओवल टेस्ट के आखिरी दिन की शुरुआत में मेजबान इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए 291 रनों की जरूरत थी। अगर पुराने रिकॉर्ड्स की बात करें तो इससे पहले इंग्लैंड ने सिर्फ एक बार ही ऐसा किया है कर पाई थी कि आखिरी दिन 291 या उससे अधिक रन बनाकर उन्होंने मैच जीता हो। पहली और आखिरी बार इंग्लैंड ने 2001 में लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दिन 311 रन बनाकर मैच जीता था।
अगर रिकॉर्ड्स की बात करें तो इस मैच में रोहित शर्मा ने अपने 15 हजार इंटरनेशनल रन, 11 हजार बतौर ओपनर रन और 3 हजार टेस्ट रन पूरे किए। साथ ही उन्होंने विदेश में अपना पहला टेस्ट शतक भी लगाया। इसके अलावा विराट कोहली ने 23 हजार इंटरनेशनल रन पूरे किए और जसप्रीत बुमराह ने 100 टेस्ट विकेट लेकर भारत की तरफ से सबसे तेज ऐसा करने के मामले में कपिल देव को पछाड़ा।