IND vs ENG: रोहित शर्मा के द्वारा भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद शुभमन गिल को ये जिम्मेदारी सौंपी गई। गिल ने बतौर कप्तान टेस्ट करियर की शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ की और इस सीरीज के पहले ही मैच में गिल को 5 विकेट से हार मिली। बतौर कप्तान गिल बैटिंग में तो चले, लेकिन उनकी कप्तानी का जलवा नहीं दिख पाया और करीबी मैच में भारतीय टीम हार गई।
गिल को 3 साल तक टेस्ट कप्तान बने रहने दें
गिल का ये पहला टेस्ट मैच था और अभी चुकी उनकी शुरुआत है ऐसे में उनकी कप्तानी को लेकर किसी ने कुछ टिप्पणी नहीं की, लेकिन उनकी कप्तानी को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी रवि शास्त्री ने भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बीच एक सुझाव जरूर दे दिया। भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अगले 3 साल के लिए शुभमन गिल को भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में बनाए रखना चाहिए।
भारत ने 2007 के बाद से इंग्लैंड में कोई सीरीज नहीं जीती है और पिछले 6 महीनों में तीन दिग्गज विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन टीम से बाहर हो चुके हैं। यही कारण है कि शास्त्री को लगता है कि बीसीसीआई को अगले कुछ सालों के लिए गिल पर निवेश करना चाहिए। क्योंकि जल्द ही वह भारत के बेहतरीन टेस्ट कप्तान के रूप में सामने आएंगे। रवि शास्त्री ने विजडन से बात करते हुए कहा कि वो काफी परिवक्व हो गए हैं और जिस तरह से मीडिया को हैंडल करते हैं को कमाल का है।
गिल आपके लिए अच्छा प्रदर्शन करेंगे
शास्त्री ने आगे कहा कि उसे तीन साल तक टीम में रहने दें। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में चाहे जो भी हो उसमें कोई बदलाव न करें। तीन साल तक उसके साथ बने रहें और मुझे लगता है कि वह आपके लिए अच्छा प्रदर्शन करेगा। शास्त्री ने बताया कि वो कौन की बात है जो गिल को खास बनाता है। उन्होंने कहा कि बेशक कप्तान से पहले बैटिंग आती है और अगर वो बल्लेबाज के तौर पर अपनी जगह को सही साबित नहीं कर पाते, तो कप्तानी के लिए उन्हें चुनौती देने का कोई मतलब नहीं है।
शास्त्री को लगता है कि गिल को बल्लेबाज के तौर पर अपनी क्लास दिखाने के लिए बस थोड़े से समर्थन की जरूरत है। शास्त्री ने कहा कि अगर गिल आगे नहीं बढ़ पाते हैं तो मैं निराश हो जाऊंगा। सुस्त, आलसी और शानदार, और जब वह बल्लेबाजी करते हैं तो उनके पास शाही अंदाज होता है। अगर वह अनुभव के साथ सीख सकते हैं और परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढाल सकते हैं, तो मुझे लगता है कि वह एक ऐसा नाम है जिसे मैं आगे बढ़ते हुए देख सकता हूं।