रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत की युवा टीम ने इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में 4-1 से मात दी। विराट कोहली, केएल राहुल और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में पांच युवाओं का डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने उसे अच्छे से भुनाया। युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखकर यह कहा गया कि यही भारत का भविष्य है। हालांकि पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर का कहना है कि अभी ऐसा कहना जल्दबाजी होगी।

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में होगी परीक्षा

संजय मांजरेकर ने कहा, ‘इन युवा बल्लेबाजों ने टेस्ट स्तर पर बड़े रन बनाने की क्षमता दिखाई है, वह टेस्ट स्तर पर खेलने के लिए बहुत उत्सुक हैं, जो एक अच्छा संकेत है। सरफराज, ध्रुव जुरेल के पास अच्छा बेस है जो कि अच्छी बात है। लेकिन अभी थोड़ा और इंतजार करें। इन लोगों को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और बाकी जगहों पर खेलने दें, और फिर हम देखेंगे कि कौन से दीर्घकालिक बल्लेबाज हैं जो विराट कोहली, रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाजों की विरासत संभालेंगे जिससे भारत को मदद मिलेगी।” भारत को इसी साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जहां वह पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा।

भारतीय गेंदबाजों ने किया कमाल

भारतीय गेंदबाजों ने इस सीरीज के सभी मैचों में 20 के 20 विकेट लिए। मांजरेकर के मुताबिक यही टीम इंडिया की इस सीरीज से मिली सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा, “भविष्य के बारे में सोंचें तो मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि भारत की गेंदबाजी है। उस आखिरी टेस्ट मैच में कुलदीप यादव और आकाश दीप ने जैसे वापसी की वह शानदार थी। जब आपके खिलाड़ी लगातार प्रदर्शन करते हैं तो किसी भी टीम के लिए स्थिति मुश्किल हो जाती है।’