रांची टेस्ट में इंग्लैंड को 5 विकेट से मात देने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बड़ा बयान दिया है। रोहित शर्मा ने यशस्वी, ध्रुव जुरेल, सरफराज और रजत पाटीदार जैसे युवा खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि जो खिलाड़ी बिना मेहनत के राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का सपना देख रहे हैं तो वह यह समझ लें कि इस फॉर्मेट में ‘सफलता की भूख’ वाले खिलाड़ियों को ही जगह मिलेगी।
क्या कहा रोहित शर्मा ने?
इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट जीतने के बाद रोहित ने सरफराज खान, ध्रुव जुरेल, यशस्वी जायसवाल और आकाश दीप जैसे उभरते हुए खिलाड़ियों की तारीफ की। इन युवा खिलाड़ियों की भागीदारी से रोहित काफी खुश नजर आए। रोहित ने पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “जिन लोगों को भूख है हम उन्हीं लोगों को मौका देंगे। अगर भूख नहीं है तो उनको खिलाने का कोई मतलब नहीं है।” रोहित का यह बयान इशान किशन और हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ियों के लिए तंज माना जा रहा है जो घरेलू क्रिकेट से दूरी बनाए हुए हैं।
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हिटमैन का बयान इन खिलाड़ियों के लिए तंज?
रोहित की यह प्रतिक्रिया बीसीसीआई के उस आदेश के ठीक बाद आई जिसमें इशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में खेलने के लिए कहा गया था लेकिन इन दोनों ने इसे नजरअंदाज कर दिया था। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैंने यहां टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा जो भूखा नहीं हो। सभी लड़के जो यहां हैं और जो नहीं हैं, वे सभी खेलना चाहते हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको बहुत कम मौके मिलते हैं। अगर आप उनका फायदा नहीं उठाते तो वे चले जाते हैं।’’
टेस्ट सबसे कठिन फॉर्मेट है- रोहित
बता दें कि 25 वर्षीय इशान अपने राज्य झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी में नहीं खेले लेकिन अगले महीने होने वाले आईपीएल के लिए उन्हें मुंबई इंडियंस के अपने कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग करते हुए देखा गया। यह पूछने पर कि क्या लुभावनी लीग युवा खिलाड़ियों के बीच टेस्ट क्रिकेट खेलने की चाहत को प्रभावित कर रही है, रोहित ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन प्रारूप है। यदि आप इस प्रारूप में उत्कृष्टता और सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपको भूख दिखानी होगी।’’
भाषा इनपुट के साथ