टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट में सबकी निगाहें विराट कोहली और जेम्स एंडरसन के मुकाबले पर होंगी। मेजबान टीम का यह तेज गेंदबाज 39 साल का हो गया है। ऐसे में हो सकता है कि दोनों का आखिरी बार आमना सामना हो। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में खेल रही मेहमान टीम ने रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग 11 में मौका नहीं दिया। ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर का 450 विकेट लेने का इंतजार बढ़ गया।

कोहली और एंडरसन के बीच 2014 में यह प्रतिद्वंद्विता शुरू हुई थी। विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में बतौर बल्लेबाज तब उतना बड़ा नाम नहीं था। एंडरसन के सामने वह उस दौरे पर जूझते दिखे। टीम इंडिया के बल्लेबाज के खिलाफ योजना सरल थी। ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी हो रही थी और विराट आउट हो रहे थे।

चार साल बाद टीम इंडिया फिर इंग्लैंड दौरे पर आई। कोहली बनाम एंडरसन ने कफी सुर्खियां बटोरीं। 2014 के उलट 2018 में यह मुकाबला दो दिग्गजों के बीच था। 2018 का इंग्लैंड दौरा पूरी तरह विराट कोहली के नाम रहा। दिग्गज ने 5 पारियों में 593 रन बनाए। वह एक बार भी एंडरसन की गेंद पर आउट नहीं हुए।

इस कहानी का अगला अध्याय 2021 में सामने आया। विराट कोहली थोड़ा जूझ रहे थे। दूसरी ओर, एंडरसन अपने खेल के शीर्ष पर थे। कोहली के करियर का यह सबसे खराब दौरा रहा। लेकिन सबसे खास बात रही उनके आउट होने का तरीका। वह साल 2014 की तरह ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों को लगातार आउट हुए।

अश्विन का इंतजार- रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट से 8 विकेट दूर हैं। इसके अलावा वह इस मैच में इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी बन सकते थे। वह इस मामले में बीएस चंद्रशेखर और अनिल कुंबले को पीछे छोड़ देते। इंग्लैंड के खिलाफ बीएस चंद्रशेखर 95 विकेट और अनिल कुंबले 92 विकेट लिए हैं।