विराट कोहली के लिए इंग्लैंड दौरा भुलाने वाला रहा है। वह भारत और इंग्लैंड के पुनर्निधार्रित टेस्ट मैच की दोनों पारियों में कुल 31 रन ही बना पाए। वह वनडे सीरीज के दो मुकाबलों में 16.50 के औसत से 33 और टी20 सीरीज के 2 मुकाबलों में 6 की औसत से 12 रन ही बना पाए। हालांकि, मौजूदा समय में विराट कोहली ही नहीं, टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर को लेकर ही दिक्कत चल रही है।

टी20 सीरीज में ओपनर इशान किशन एक मैच में 8 रन बनाकर आउट हुए। सीरीज के अन्य दो मैच में ऋषभ पंत ने रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग की, लेकिन वह 2 मैच में 13.50 के औसत से 27 रन ही बना पाए। हालांकि, रोहित शर्मा ने 3 मैच में 66 रन बनाए, लेकिन इसमें भी वह दो मैच में 35 रन ही बना पाए।

शिखर धवन (Shikhar Dhawan) 2 वनडे में सिर्फ 10 रन ही बना पाए

वहीं, वनडे सीरीज की बात करें तो शिखर धवन के लिए यह सीरीज काफी अहम मानी जा रही थी, लेकिन वह भी अपनी प्रतिभा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। वह 3 मैच में 20.50 के औसत से कुल 41 रन ही बना पाए। हालांकि, इसमें उनका एक मैच में स्कोर नाबाद 31 रन था।

इसका मतलब कि वह बाकी के 2 मैच में टीम को सिर्फ 10 रन का ही योगदान दे पाए। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली की तिकड़ी ने कुल 25 रन का योगदान दिया था, जबकि तीसरे मैच में भी ये तीनों खिलाड़ी 35 रन ही जोड़ पाए थे।

जंग खाए हुए दिखे शिखर धवन: वसीम जाफर (Wasim Jaffer)

वसीम जाफर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ बातचीत में कहा, ‘भारत ने हमेशा अच्छा खेला है, जब शीर्ष तीन ने रन बनाए हैं, जो पिछले दो एकदिवसीय मैच में नहीं हुआ है। यह कुछ ऐसा है जिसे देखने की जरूरत है। जाहिर है, हम जानते हैं कि विराट कोहली इस समय संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन शिखर धवन भी जंग खाए हुए दिख रहे हैं। रोहित शर्मा भी उतने कंसिस्टंट नहीं हैं, जितना हम चाहते हैं।’

वसीम जाफर ने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम के लिए शीर्ष क्रम की विफलता चिंता का विषय है। हालांकि, अगर पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर इस तरह का प्रदर्शन होता है तो मुझे लगता है कि यह वह चीज है जिससे रोहित शर्मा ज्यादा खुश होंगे।’

वसीम जाफर ने आगे कहा, ‘भारत को 8 नंबर की स्थिति देखने की जरूरत है। शार्दुल ठाकुर या दीपक चाहर…। दो ऐसे लोग हैं जिन पर भारत को गौर करने की जरूरत है, क्योंकि अगर हार्दिक पंड्या ऐसी गेंदबाजी करते हैं तो इससे उन्हें आठवें नंबर पर बतौर ऑलराउंडर खेलने का मौका मिलता है।’