ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में भारतीय खिलाड़ियों के परिवार के दौरे पर रहने के समय को कम कर दिया। बोर्ड ने अपने अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए 16 जनवरी को 10 दिशानिर्देश जारी किए। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने मंगलवार (21 जनवरी) को कहा कि परिवार के आसपास होने से क्रिकेट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसे मैनेज किया जा सकता है।

जोस बटलर ने पहले टी20 से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है। हम आज के समय में जी रहे हैं, जो एक बहुत ही आधुनिक दुनिया है और अपने साथ टूर पर परिवार को ले जाना बहुत बढ़िया है, इसका आनंद लेने की कोशिश करें। मुझे नहीं लगता कि इससे क्रिकेट पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है और यह कुछ ऐसा है जिसे बहुत आसानी से मैनेज किया जा सकता है।”

क्या है बीसीसीआई का दिशा-निर्देश

बीसीसीआई के दिशा-निर्देशों में एक पुरानी नीति को वापस लाया गया है, जिसके तहत खिलाड़ियों को अपने परिवार (साथी और बच्चों) के साथ अधिकतम 14 दिन रहने की अनुमति होगी, बशर्ते कि उनका दौरा 45 दिनों से अधिक लंबा हो। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से कोविड की शुरुआत के बाद से खिलाड़ियों को अपने परिवार को दौरे की पूरी अवधि के लिए रहने की अनुमति दी गई थी। यह रिपोर्ट सामने आई थी कि कैसे कुछ खिलाड़ी अनौपचारिक टीम मीटिंग और योजना सत्रों के लिए उपलब्ध नहीं थे। इसके बजाय उन्होंने परिवार के साथ समय बिताना पसंद किया।

टीम बस का इस्तेमाल अनिवार्य

साथ ही, बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों के लिए टीम बस का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है। बीसीसीआई के दस्तावेज में कहा गया है, “सभी खिलाड़ियों से अपेक्षा की जाती है कि वे मैच और अभ्यास सत्रों के लिए टीम के साथ यात्रा करें। अनुशासन और टीम की एकजुटता बनाए रखने के लिए परिवारों के साथ अलग से यात्रा की व्यवस्था करने की नहीं करने की सलाह दी जाती है।” भारत- इंग्लैंड के बीच बुधवार (22 जनवरी) से व्हाइट बॉल सीरीज खेली जाएगी। इसकी शुरुआत पांच टी-20 मैचों की सीरीज के पहले मैच से होग। इसके अलावा 3 मैचों की वनडे सीरीज भी खेली जाएगी।