एशिया कप के फाइनल में टीम इंडिया भले ही पहले ही पहुंच गई हो, लेकिन शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ सुपर 4 के आखिरी मैच में मिली हार ने भारतीय फैंस को झकझोर कर रख दिया। खुद भारतीय टीम इस हार से परेशान है। बांग्लादेश ने भारत को 6 रन से मात देकर जीत के साथ इस टूर्नामेंट से विदाई ली, लेकिन टीम इंडिया की यह हार चुभने वाली रही। बात करें हार के मुख्य कारण की तो मैच में शतकीय पारी खेलने वाले शुभमन गिल इस हार के सबसे बड़े विलेन नजर आते हैं।

हार के विलेन रहे शुभमन गिल!

शुभमन गिल ने भले ही मैच में 121 रन की बेहतरीन पारी खेली हो, लेकिन भारत की हार की सबसे बड़ी वजह भी वही हैं। शुभमन गिल ऐसे समय में आउट होकर पवेलियन लौटे थे, जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत उनकी थी। गिल जब आउट हुए थे तो भारत को उस वक्त 39 गेंद में 57 रन की जरूरत थी और उनके साथ अक्षर पटेल अच्छी लय में बल्लेबाजी कर रहे थे। गिल को अक्षर पटेल के साथ मैच को और आगे लेकर जाना था, लेकिन वह रिस्की शॉट खेलकर अपना विकेट फेंककर चले गए।

शतक के गिल ने उठाया जोखिम

शुभमन गिल ने 117 गेंद में अपना शतक पूरा किया था और अगर वह इसी धैर्य के साथ बल्लेबाजी करते रहते तो भारत मैच आसानी से जीत जाता, लेकिन उन्होंने शतक पूरा होने के बाद जोखिम भरे शॉट खेलने शुरू कर दिए। शतक के बाद गिल ने अगली 16 गेंद में 21 रन ठोक दिए थे। ऐसे में हार के लिए शुभमन गिल सबसे बड़े विलेन हैं। उन्हें शतक के बाद भी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करनी थी और मैच को आखिर तक लेकर जाना था।

शुभमन गिल ने स्वीकार की अपनी गलती

खुद शुभमन गिल ने मैच खत्म होने के बाद अपनी गलती को माना और हार के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया। मैच खत्म होने के बाद शुभमन गिल ने कहा कि मैं अपनी पारी से काफी निराश हूं, क्योंकि मुझे मैच खत्म करना चाहिए था। शुभमन गिल ने कहा कि जब मैं आउट हुआ तो उस वक्त मेरे पास काफी समय था। अगर मैंने अटैकिंग बल्लेबाजी नहीं की होती तो हम मैच जीत सकते थे, लेकिन मैंने अपनी लाइन पार कर ली थी और यह मेरे लिए आगे के लिए सीख है।

भारत की बल्लेबाजी रही फ्लॉप

बात करें मैच की तो बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 266 रन का लक्ष्य दिया था। बांग्लादेश की ओर से 80 रन शाकिब अल हसन ने बनाए थे। इसके बाद भारत की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही। रोहित शर्मा 0 पर आउट हो गए थे। इसके बाद डेब्यू मैन तिलक वर्मा 5, केएल राहुल 19 और इशान किशन 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। सूर्यकुमार यादव भी 26 रन की पारी खेल पाए। जडेजा 7 ही रन बना पाए। अक्षर पटेल ने ही सिर्फ 42 रन की पारी खेलकर संघर्ष वाला जज्बा दिखाया।