वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 (WTC Final 2023) में टीम इंडिया को 209 रन से हराकर ऑस्ट्रेलिया ने इतिहास रच दिया। टीम इंडिया लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में हारी है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने उसे 2021 में हराया था। दूसरी बार ही यह मैच खेला जा रहा था। रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम टॉस के बाद गेंदबाजी चुनने के बाद से ही बैकफुट पर थी। पहले गेंदबाजी चुनने के फैसले पर भी सवाल उठा। इसके अलावा टीम ने रविचंद्रन अश्विन की जगह 4 तेज गेंदबाजों को खिलाया। इस फैसले पर भी सवाल उठे। आइए जानते हैं इस मैच में हार के 5 कारण।
टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला – टेस्ट क्रिकेट में टॉस जीतकर काफी कम बार टीमें गेंदबाजी चुनती हैं। रोहित शर्मा ने ओवरकास्ट कंडिशन का हवाला देकर गेंदबाजी का फैसला किया, लेकिन यह फैसला गलत साबित हुआ। कंगारू टीम ने पहले ही दिन बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। पहले दिन टीम ने 327 रन बनाए। ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने शतक जड़ा। कंगारू टीम ने पहली पारी में 469 रन का स्कोर खिलाड़ी किया।
पहले दिन खराब गेंदबाजी- टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पहले दिन काफी खराब गेंदबाजी की। पहले दिन लंच के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक समय 76 रन पर 3 विकेट था। इसके बाद ट्रेविस हेड आए और उन्होंने स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर बेहतरीन बल्लेबाजी की। भारतीय गेंदबाजों ने काफी खराब गेंदबाजी की।
रविचंद्रन अश्विन – डब्ल्यूटीसी फाइनल शुरू होने से पहले इस बात को लेकर बहस काफी तेज थी कि रविचंद्रन अश्विन को खिलाया जाए या 4 तेज गेंदबाजों को। रोहित शर्मा की टीम 4 तेज गेंदबाजों के साथ उतरी। रविचंद्रन अश्विन की जगह उमेश यादव को खिलाना भारत को भारी पड़ा। उमेश ने पहले दिन काफी साधारण गेंदबाजी की। अश्विन को मौका देने से गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में गहराई आती।
खराब बल्लेबाजी – 469 रन के स्कोर के बाद शीर्षक्रम के फेल होने से टीम इंडिया मैच में काफी पीछे चली गई। 71 रन के स्कोर पर रोहित शर्मा,शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद टीम इंडिया 296 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया को 444 रन का लक्ष्य मिला। रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे ने दूसरी पारी में विकेट फेंका। सभी बल्लेबाजों को अच्छा स्टार्ट मिला, लेकिन कोई बी इसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाया।
चोट भी पड़ी भारी- टीम इंडिया को इस मैच में जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज और ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज की कम खली। विदेश में ऋषभ पंत ने कई बार मैच निकाले हैं। टॉप ऑर्डर के फेल होने पर उन्होंने टीम की नैया पार लगाई है। केएस भरत को अनुभव नहीं है। वहीं केएल राहुल भी चोटिल होकर बाहर हो गए। इंग्लैंड में टेस्ट उनके रिकॉर्ड अच्छे हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजी का इंग्लैंड में न होना गेंदबाजी आक्रमण को कमजोर कर देता है।