कैसी आलोचना? आलोचनाएं तो होती रहेंगी। यह कहकर केएल राहुल ने टी20 क्रिकेट में उनके स्ट्राइक-रेट से जुड़े सवालों को टाल दिया। उन्होंने कहा कि स्ट्राइक-रेट आपको पूरी कहानी बयां नहीं करता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह कुछ ऐसा है जिस पर वह काम कर रहे हैं। केएल राहुल को पिछले कुछ समय से उनके स्ट्राइक रेट के कारण काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ रही हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के इस स्टाइलिश बल्लेबाज का मानना है कि पूरी पारी के दौरान एक जैसी लय बनाए रखना मुश्किल है। केएल राहुल ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित एशिया कप 2022 के दौरान 122.22 के स्ट्राइक रेस से बल्लेबाजी की थी।
केएल राहुल का टी20 इंटरनेशनल में स्ट्राइक रेट 140.91 है, जो उनके कुल टी20 स्ट्राइक-रेट (137.35) से थोड़ा ऊपर है। केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैच की टी20 सीरीज के पहले मैच से पहले मोहाली में सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘स्ट्राइक-रेट समग्र आधार पर लिया जाता है।’
भारतीय उप-कप्तान केएल राहुल की कोशिश टी20 विश्व कप से पहले पावरप्ले में अपना ‘स्ट्राइक रेट’ सुधारने की है। उन्होंने कहा, ‘यह स्ट्राइक रेट ऐसी चीज है जिसके लिए हर खिलाड़ी काम करता है। कोई भी परफेक्ट नहीं है। हर कोई किसी ना किसी चीज पर काम कर रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं भी इस पर काम कर रहा हूं। पिछले 10 से 12 महीने में हर खिलाड़ी के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। हर किसी के पास स्पष्ट समझ है कि उससे किस चीज की उम्मीद है। मैं बस इसी ओर काम कर रहा हूं कि बतौर सलामी बल्लेबाज खुद को कैसे बेहतर कर सकता हूं।’
स्ट्राइक रेट की बहस को लेकर केएल राहुल ने कहा, ‘आप एक बल्लेबाज को पूरी पारी के दौरान किसी एक निश्चित स्ट्राइक रेट पर खेलते हुए कभी नहीं देखते। उसके लिए 200 के स्ट्राइक रेट पर खेलना अहम था या फिर टीम 100 या 120 के स्ट्राइक रेट से खेलने से भी जीत सकती थी, इन चीजों के बारे में हमेशा आकलन नहीं किया जाता है, इसलिए जब आप इसे एकसाथ देखते हैं तो यह धीमा दिखता है।’
ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ी के लिए ये चीजें हैं अहम
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती टी20 से पहले भारतीय उप कप्तान ने कहा, ‘टीम के माहौल ने हमेशा खिलाड़ियों को अपनी गलतियों से सीख लेने दी है। ड्रेसिंग रूम में एक खिलाड़ी के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसका कप्तान, कोच और टीम के साथी उसके बारे में क्या सोचते हैं।’
केएल राहुल ने कहा, ‘हर बार कोई खिलाड़ी सफल नहीं होगा। हमने एक ऐसा माहौल बनाया है, जहां खिलाड़ी फेल होने से नहीं डरते या गलतियां करने के बाद भय महसूस नहीं करते। अगर गलतियां होती हैं तो उसमें सुधार के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी।’
उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा भारतीय टीम खुद की आलोचना में भरोसा करती है। राहुल ने कहा, ‘आलोचना तो हर कोई करता है, लेकिन हम ही सबसे ज्यादा आलोचना करते हैं। हम देश के लिए खेल रहे हैं और जब हम अच्छा नहीं कर पाते तो इससे हमें सबसे ज्यादा दुख होता है।’