रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहेगी क्योंकि दुनिया की दो बेस्ट टीम वनडे वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल खेलने यहां पर उतरेगी। रोहित शर्मा और पैट कमिंस के कप्तानी में पहली बार भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम फाइनल में पहुंची है और वर्ल्ड चैंपियन बनने से सिर्फ एक ही जीत दूर है। इस मैच में दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर होने की पूरी उम्मीद है और जो टीम इस फाइनल के दवाब को ज्यादा अच्छे से झेलने में सक्षम होगी जीत उसका माथा चूम सकती है, लेकिन इस मैच में टॉस की भूमिका भी अहम रहने वाली है।
पहले बल्लेबाजी करना होगा फायदेमंद
फाइनल मैच में अहमदाबाद में टॉस की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता क्योंकि इसे जीतने वाली टीम के पास जीतने की संभावना ज्यादा होगी। इस मैच में जो भी टीम टॉस जीतेगी उसके लिए बल्लेबाजी करना फायदेमंद रहने वाला है। इसके पीछे कई वजह है क्योंकि यहां की पिच समय के साथ धीमी होती चली जाएगी जहां बाद में बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने अगर स्कोर बोर्ड पर एक अच्छा स्कोर (315-350) टांग दिया तो दूसरी टीम पर फाइनल में जीतने का बड़ा दवाब होगा। फाइनल मैच का दवाब बहुत ही ज्यादा होता है और इस स्थिति में अच्छी से अच्छी टीम भी बिखर जाती है।
फाइनल मैच से पहले अहमदाबाद के पिच क्यूरेटर ने भी पीटीआई से बात करते हुए साफ तौर पर कहा कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने अगर यहां पर 315 रन बना लिए तो वह टीम इस स्कोर को डिफेंड कर लेगी क्योंकि बाद में पिच स्लो होती चली जाएगी और बल्लेबाजी आसान नहीं होगी। पिच क्यूरेटर के इस खुलासे के बाद दोनों टीमें चाहेंगी कि वह टॉस जीते और फिर मैच भी जीते। हालांकि क्रिकेट में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है, लेकिन कंडीशन पर भी काफी कुछ निर्भर करता है जिसे नकारा नहीं जा सकता है। वैसे इस मैदान पर भारत को जो सपोर्ट मिलेगा और फैंस की संख्या जब टीम इंडिया को चीयर करेगी तो उससे कंगारू की मुश्किलें बढ़ेंगी। ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत को उसकी धरती पर फाइनल में हराना आसान नहीं होगा।