बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली की फॉर्म चिंता का विषय है। रन मशीन ने 3 मैचों की 5 पारियों में 22.20 के औसत से 111 रन बनाए हैं। पांचों पारियों में उन्हें स्पिनर्स ने आउट किया है। वह भी नाथन लियोन जैसे दिग्गज स्पिनर ने नहीं बल्कि टॉड मर्फी और मैथ्यू कुहनमैन जैसे युवा गेंदबाज, जिन्होंने इसी सीरीज में डेब्यू किया है। स्पिन पिछले 3 साल में कोहली के लिए परेशानी रही है। साल 2020 से वह 41 पारी में 17 बार फिरकी की जाल में फंसे हैं।
नवंबर 2019 के बाद से विराट कोहली का प्रदर्शन गिरता गया है। बात केवल इसके बाद से टेस्ट क्रिकेट में शतक नहीं जड़ पाने का नहीं है। उनकी फॉर्म लगातार गिरती जा रही है। उन्हें अर्धशतक लगाए हुए काफी समय हो गया है। जनवरी 2022 के बाद से उनके बल्ले से फिफ्टी नहीं निकली है। साउथ अफ्रीका में केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 79 रन की पारी खेली थी। इसके बाद से 15 पारियों में वह सिर्फ 2 बार 30 का स्कोर पार कर पाए हैं। वह 11 बार एलबीडब्ल्यू हुए हैं।
बांग्लादेश दौरे पर बना पाए सिर्फ 45 रन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया बांग्लादेश दौरे पर 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी। वहां 2 टेस्ट मैचों की 4 पारियों में सिर्फ 45 रन ही बना पाए। वह 4 में से 2 पारियो में स्पिनर की गेंद पर आउट हुए। 1 पारी में वह नॉट आउट रहे। इससे पहले इंग्लैंड में कोरोना के कारण स्थगित टेस्ट मैच में भी वह फ्लॉप रहे। उन्होंने पहली पारी में 11 और दूसरी पारी में 20 रन बनाए।
साल 2019 के बाद से विराट कोहली का प्रदर्शन
विराट कोहली का आखिरी शतक नवंबर 2019 में ईडन गार्डन में बांग्लादेश के खिलाफ आया था। उन्होंने इस मैच में 136 रन बनाकर भारत को शानदार पारी की जीत हासिल करने में मदद की। यह कोहली का 27वां टेस्ट शतक था। इसके बाद से उन्हें 28वें शतक का इंतजार है। दिसंबर 2019 से 34 वर्षीय स्टार बल्लेबाज का टेस्ट क्रिकेट में 25.70 का औसत रहा है। उन्होंने 23 मैचों में छह अर्द्धशतक बनाए हैं।