लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने टीम संयोजन और स्पिनर्स की मदद न करने वाली पिच का हवाला देते हुए नियमित रूप से विदेश में टेस्ट मैच से रविचंद्रन अश्विन को बाहर रखने के लिए भारतीय टीम प्रबंधन की आलोचना की है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट भारतीय ऑफ स्पिनर को मौका नहीं मिला। एडिलेड में अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद उन्हें ब्रिस्बेन टेस्ट के लिए बाहर कर दिया गया। इस मैच के अंत में अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।
गावस्कर मे मिड-डे के लिए अपने कॉलम में अश्विन को लेकर लिखा, “घरेलू सरजमीं पर उन्हें बाहर रखना संभव नहीं था क्योंकि प्रबंधन को पता था कि वे उनके बिना मैच नहीं जीत सकते। अगर कारण यह था कि पिच और परिस्थितियां आईसीसी के नंबर एक गेंदबाज के अनुकूल नहीं होंगी, तो यही कारण बल्लेबाजों के लिए क्यों नहीं इस्तेमाल किया गया भले ही वे आईसीसी के टॉप रैंक वाले न हों, लेकिन जो समान पिचों और परिस्थितियों में संघर्ष करते हैं?”
टीम संतुलन के बहाने अश्विन को किया जाता था बाहर
गावस्कर ने कहा, “क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल है इसलिए उन्हें (अश्विन) हमेशा प्लेयर ऑफ द सीरीज मिलना बल्लेबाजों के बीच उनकी प्रशंसा का कारण नहीं बना। जब भी उन्हें ग्यारह में से बाहर रखने का पांच प्रतिशत भी कारण होता था, तो टीम संतुलन के बहाने उसे जमकर भुनाया जाता था।” अश्विन ने 537 टेस्ट विकेट, 156 वनडे विकेट और 72 टी20 विकेट लिए हैं। गेंदबाजी में अपने हुनर के अलावा, 38 वर्षीय अश्विन का नाम कभी-कभी कप्तानी की चर्चा होने पर सामने आता था।
अश्विन बेहतरीन कप्तान साबित हो सकते थे
गावस्कर ने कहा, “भारत के लिए अश्विन एक बेहतरीन कप्तान साबित हो सकते थे, लेकिन उन्हें उपकप्तान बनने का सम्मान भी नहीं दिया गया। उन्हें यह सम्मान देने का एक मौका था, भले ही यह एक प्रतीकात्मक टेस्ट मैच और सीमित ओवरों की द्विपक्षीय सीरीज के लिए ही क्यों न हो, लेकिन उन्हें यह भी मौका नहीं दिया गया। इसलिए यह देखना बहुत अच्छा था कि रोहित शर्मा ने उन्हें अपने 100वें टेस्ट मैच में टीम की कप्तानी करने के लिए कहा।”
रविचंद्रन अश्विन ने संन्यास का ऐलान करके किया हैरान
गाबा टेस्ट के बाद रोहित शर्मा के साथ रविचंद्रन अश्विन प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे। इसके बाद संन्यास ऐलान कर दिया। हर कोई हैरान रह गया। रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि अश्विन दूसरे टेस्ट से पहले ही संन्यास लेने वाले थे। उन्होंने किसी तरह एडिलेड टेस्ट तक रुकने के लिए अश्विन को मानाय। (पूरी खबर पढ़ें)