ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने मंगलवार 15 अक्टूबर 2024 को कहा कि अगर उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतनी है तो उन्हें भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को शांत रखने का तरीका खोजना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले दो आईसीसी फाइनल में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मिली सफलता से उन्हें राहत मिली है। दुनिया की शीर्ष दो टेस्ट टीमें 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाले पांच मैच की सीरीज में भिड़ेंगी।

भारत इस मुकाबले में लगभग एक दशक से ट्रॉफी अपने पास रखने के बाद उतरेगा। इसमें ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो सीरीज जीतना भी शामिल है। पैट कमिंस ने स्टार स्पोर्ट्स प्रेस रूम में कहा, ‘मैं बुमराह का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। मुझे लगता है कि वह एक शानदार गेंदबाज हैं। उम्मीद है कि अगर हम उन्हें शांत रख पाए तो सीरीज जीतने में काफी मदद मिलेगी।’

भारत के कुछ खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया का अनुभव नहीं

कमिंस ने साथ ही भारत के कमजोर पक्ष को भी उजागर किया। कमिंस ने कहा, ‘उनके (भारतीय क्रिकेट टीम) पास कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बहुत ज्यादा नहीं खेला है। जिन्हें हमने ज्यादा नहीं देखा है। देखते हैं क्या होता है।’ कमिंस का मानना है कि भारत के खिलाफ सीरीज में चेतेश्वर पुजारा की गैरमौजूदगी एक शर्म की बात होगी।

रोहित के साथ कभी नहीं खेला: कमिंस

पैट कमिंस ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया रोहित शर्मा की भारत के खिलाफ पिछले दो आईसीसी फाइनल (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे विश्व कप) जीतने की सुखद यादों पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, ‘पिछली दो सीरीज काफी समय पहले हुई थीं। हम इससे उबर चुके हैं। मैंने उनके (रोहित शर्मा) साथ कभी नहीं खेला है, इसलिए मैं उन्हें बहुत अच्छी तरह से नहीं जानता।’

कमिंस ने कहा, ‘…लेकिन ऐसा लग रहा है कि वे (भारतीय टीम) काफी संगठित और काफी सुनियोजित हैं। सौभाग्य से, पिछले कुछ वर्षों में, हमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और वनडे विश्व कप के लिए एक अलग प्रारूप में कुछ सफलता मिली है। हम उन यादों पर निर्भर रहने की कोशिश करेंगे। मुझे यकीन है कि वे भी ऑस्ट्रेलिया में पिछली कुछ सीरीज को याद करने की कोशिश कर रहे होंगे।’

पुजारा के खिलाफ खेलना था ‘असली टेस्ट क्रिकेट’

पैट कमिंस ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा के खिलाफ खेलना ‘असली टेस्ट क्रिकेट’ था। उनके बल्ले ने 2018-19 और 2020-21 में भारत की जीत की नींव रखी। उन्होंने कहा, ‘पुजारा के खिलाफ खेलना हमेशा शानदार रहा है। वह उन लोगों में से एक थे जिन्हें कभी ऐसा नहीं लगता था कि वह आपसे दूर जा रहे हैं। लेकिन फिर वह (बस) बल्लेबाजी, बल्लेबाजी, बल्लेबाजी और बल्लेबाजी करते रहते थे। मैंने उनके खिलाफ मुकाबले का वास्तव में आनंद लिया। किसी दिन वह जीते, अन्य दिन मैं जीता। उनके बिना यह थोड़ा अलग अनुभव होगा। पुजारा एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं।’

पुजारा का ऑस्ट्रेलिया में नहीं होना होगा शर्म की बात

कमिंस ने कहा, ‘(मैंने) पिछले कुछ वर्षों में उनके खिलाफ कई मुकाबले खेले हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने उनका भरपूर आनंद लिया। वह असली टेस्ट क्रिकेट था। वह रन बना सकते हैं, लेकिन आपको हमेशा ऐसा लगता है कि आपके पास मौका है।’ कमिंस ने कहा कि भारत के पूर्व नंबर 3 बल्लेबाज के खिलाफ खेलना एक-दूसरे को मात देने की लड़ाई थी।

उन्होंने कहा, ‘यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन एक दूसरे से अधिक समय तक टिकना चाहता है। मुझे टेस्ट क्रिकेट का यह पहलू काफी पसंद है। यह शर्म की बात होगी कि वह वहां नहीं है, लेकिन मुझे यकीन है कि वे किसी और को चुनेंगे जो इसी तरह की शैली में हो।’

भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रतिद्वंद्विता एशेज जैसी

पैट कमिंस ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रतिद्वंद्विता अब एशेज की तरह होगी, क्योंकि यहां पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। कमिंस से जब पूछा गया कि क्या भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रतिद्वंद्विता एशेज जैसी है, तो उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह है। खासकर, भारतीय टीम द्वारा (हमारे) घर पर पिछली कुछ सीरीज जीतने के बाद। पिछले एक दशक में हमें इंग्लैंड के खिलाफ अधिक सफलता मिली है। मुझे लगता है कि यह वहीं है।’

पैट कमिंस ने कहा, ‘आप जानते हैं कि जब आप भारत के खिलाफ खेलते हैं, तो आपको कुछ भारतीय प्रशंसक देखने को मिलते हैं। यह इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया प्रतिद्वंद्विता से थोड़ी अलग प्रतिद्वंद्विता है। लेकिन फिर से, अब 5 टेस्ट की सीरीज होने के कारण, यह एशेज श्रृंखला से बहुत मिलती-जुलती है। कमिंस ने कहा कि घर से बाहर जीत हासिल करके भारत की प्रतिष्ठा मजबूत हुई है।

उन्होंने कहा, ‘घर से बाहर टेस्ट क्रिकेट जीतना हमारे खेल में सबसे कठिन है और भारत ने दुनिया भर में ऐसा किया है। वे घर पर वास्तव में बहुत अच्छे हैं, लेकिन साथ ही, यात्रा करने के लिए बेहतर टीमों में से एक हैं, यही उनकी प्रतिष्ठा है।’