भारतीय टीम ने पर्थ टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हराकर शानदार शुरुआत हासिल की है। ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले भारत को जिस तरह अपने घर पर हार का सामना करना पड़ा था उसके बाद इस जीत को शानदार कमबैक माना जा रहा है।

भारतीय टीम को टेस्ट से पहले कई बुरी खबर मिली थी। टीम के कप्तान रोहित शर्मा इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। वहीं युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को भी वॉर्म अप मैच के दौरान चोट लग गई थी। अनुभवी तेज गेंदबाज शमी भी चोट के कारण दौरे के लिए नहीं चुने गए थे। वहीं प्लेइंग इलेवन में रविंद्र जडेजा और अश्विन जैसे अनुभवी स्पिनर भी नहीं थे। इसके बावजूद भारत ने पर्थ में ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस जीत के मुख्य कारण जानिए

1) जसप्रीत बुमराह की कप्तानी

इस मैच में जसप्रीत बुमराह को कप्तानी दी गई थी। उन्होंने 8 विकेट लेकर गेंदबाजी से तो कमाल किया ही साथ ही कप्तानी से भी जीत में अहम रोल निभाया। टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का उनका ही फैसला था जो कि सही साबित हुआ। उन्होंने सही समय पर गेंदबाजों को रोटेट किया और सही समय पर दूसरी पारी घोषित की।

2) युवा खिलाड़ियों ने बखूबी निभाई जिम्मेदारी

टीम में अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों में जिम्मेदारी उठाई। टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अहम मौके पर सधी हुई बल्लेबाजी की और शतक लगाया। वहीं नितीश रेड्डी ने भी दूसरी पारी में सधी हुई बल्लेबाजी की।

3) डेब्यू मैच में ही दोनों खिलाड़ियों रहे प्रभावी

हर्षित राणा और नितीश रेड्डी को इस मैच के लिए डेब्यू का मौका दिया गया। दोनों ही खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। वह दबाव की स्थिति में भी किसी नए खिलाड़ी की तरह घबराए नहीं। हर्षित राणा ने पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में एक विकेट लिया।

4) फॉर्म में लौटे विराट कोहली- केएल राहुल

भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली जो अच्छे फॉर्म में नजर नहीं आ रहे थे वह भी लय में लौट गए। विराट भले ही पहली पारी में कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने शतक जमाया। केएल राहुल ने भी दूसरी पारी में भी 77 रन की शानदार पारी खेली और टीम के स्कोर को 400 तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।