प्रत्यूष राज। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम जाती है तो टेस्ट मैच देखने के लिए फैंस को निंद खराब करनी पड़ती है। ठंड के मौसम में सुबह सूरज निकलने से भी पहले रजाई से निकलकर टीवी चालू करना मामूली बात नहीं है। अब ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम में चुने गए एक खिलाड़ी ने भी ऐसे अनुभव लिए हैं। दिल्ली के तेज गेंदबाज हर्षित राणा को उनके पिता ने सुबह 4 बजे जगाकर टीवी पर भारत को ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए दिखाया करते थे।
हर्षित की उम्र छह साल थी जब पहली बार ऐसा हुआ था। वह नखरे भी दिखा रहा थे क्योंकि वह सोना चाहते थे। हर्षित ने असम के खिलाफ 5 विकेट लेने के बाद द इंडियन एक्सप्रेस को इसके बारे में बताया, ” वो तो देखना ही पड़ता था।” ऑस्ट्रेलिया के पांच मैचों के टेस्ट दौरे के लिए चुने जाने के बाद 22 वर्षीय इस खिलाड़ी का करियर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईपीएल चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए इस सीजन में विकेट लेने से वह सुर्खियों में आ गए। 20 साल की उम्र से पहले ही चोट से जूझने वाले तेज गेंदबाज ने करियर में काफी प्रोग्रेस किया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक और कड़ी है। हर्षित राणा ने 2020-21 की सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन देखा। चेतेश्वर पुजारा को चोट खाते देखा। रविचंद्रन अश्विन-हनुमा विहारी की साझेदारी देखी। इससे हर्षित ने देश के लिए खेलने का दृढ़ संकल्प लिया। वह कहते हैं, “पिछली बॉर्डर-गावस्कर सीरीज वास्तव में प्रेरणादायक थी, जिस तरह से हमने इसे जीता उसने मुझे प्रेरित किया।”
एक के बाद एक स्ट्रेस फ्रैक्चर से जूझ रहे थे हर्षित
यह सीरीज उस समय की है जब हर्षित एक के बाद एक स्ट्रेस फ्रैक्चर से जूझ रहे थे। हैमर थ्रो और वेटलिफ्टिंग में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का प्रतिनिधित्व कर चुके उनके पिता प्रदीप राणा को वे कठिन दिन याद हैं। उन्होंने कहा, “पहले पीठ, फिर कमर, पिंडली और कंधा भी चोटिल हुआ। उसके शरीर का हर अंग चोटिल हो गया था। उस दौरान मैं उसे कई अस्पतालों में ले गया था, बस यह समझने के लिए कि वह क्यों चोटिल हो रहा है। मैं उसे नजफगढ़ में एक आयुर्वेद केंद्र में भी ले गया। वीडियो देखने और समाचार पढ़ने से मुझे जो भी जानकारी मिली, मैंने हर संभव कोशिश की।”
पिछली बीजीटी सीरीज देख हर्षित ने भारत के लिए खेलने की इच्छा जताई
अंततः जब कोई स्थायी समाधान नहीं निकला तो उन्होंने इसे भाग्य पर छोड़ने का निर्णय लिया। प्रदीप ने बताया, “हमने टेस्ट सीरीज का लुत्फ उठाया। जीत शानदार थी और मैं सचमुच उसे प्रेरित होते हुए देख सकता था। नवदीप सैनी चोटिल ग्रोइन के साथ गेंदबाजी कर रहे थे। पुजारा ने अपने शरीर पर बहुत सारे वार झेले। सिडनी में अश्विन और विहारी की साझेदारी। इनको देखने के बाद हर्षित ने भारत के लिए खेलने की इच्छा जताई।”
पिता हमेशा मेरे पीछे चट्टान की तरह खड़े रहते थे
हर्षित ने पहली बार टेस्ट टीम में मिले मौके को अपने पिता को समर्पित किया। हर्षित ने बताया, “किशोरावस्था के दौरान मैं अक्सर चोटिल हो जाता था और मेरे पिता हमेशा मेरे पीछे चट्टान की तरह खड़े रहते थे। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं पेशेवर क्रिकेटर नहीं भी बन पाया तो भी कोई बात नहीं। आज मैं जो कुछ भी हूं, वह मेरे पिता की वजह से है।”
भारतीय टीम में चुने गए, लेकिन डेब्यू का इंतजार
राणा पहले भी भारतीय टीम में चुने गए हैं, लेकिन आज तक किसी भी प्रारूप में उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है। वह जिम्बाब्वे दौरे और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए टी20 टीम का हिस्सा थे। वह बेंगलुरू में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए रिजर्व भी थे। हर्षित ने कहा, ” मुझे ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुने जाने की उम्मीद थी। मैं टीम के साथ था और प्रबंधन मुझे इस दौरे के लिए तैयार कर रहा था।”
आस्ट्रेलियाई टीम पर हर्षित कहर बरपाना चाहते हैं
आस्ट्रेलियाई टीम पर हर्षित कहर बरपाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पिता का सपना है कि वे मुझे इंग्लैंड में खेलते हुए देखें, लेकिन मैं हमेशा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना चाहता था क्योंकि मैं स्वभाव से प्रतिस्पर्धी हूं और ऑस्ट्रेलिया भी उसी तरह का क्रिकेट खेलता है। मैं इस दौरे का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।”
वजन कम किया
हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण उन्हें 2023-24 का पूरा रणजी ट्रॉफी सीजन मिस करना पड़ा, जो उनके लिए एक तरह से चेतावनी थी कि जितना संभव हो सके उतना फिट रहें। नवंबर 2023 से मार्च में आईपीएल 2024 की शुरुआत तक, उन्होंने 17 किलो वजन कम किया। अब वे सात महीने से चोट से मुक्त हैं। हर्षित ने कहा, “टीम मैनेजमेंट मेरे वर्कलोड पर ध्यान दो रहा है। टी20 हो, वनडे हो या टेस्ट मैच मैं बस भारत के लिए खेलना चाहता हूं। मैं खुद को तीनों फॉर्मेट का गेंदबाज मानता हूं।”
विराट कोहली और रोहित शर्मा से क्या सुझाव मिला
भारतीय टीम के साथ यात्रा और प्रशिक्षण का अनुभव हर्षित के लिए सीखने का एक जरिया रहा है। जब वह हाल ही में टेस्ट टीम के लिए रिजर्व थे, तो उन्हें दिग्गजों से सीखने का मौका मिला। उन्होंने कहा, “विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ने मुझे मेरी लेंथ पर ध्यान देने को कहा। उनके सामने गेंदबाजी करना मेरे पिछले अनुभव से बिलकुल अलग है। वे नेट्स में भी उतनी ही इंटेंसिटी से ट्रेनिंग करते हैं जितनी कि वे मैच में बल्लेबाजी करते हैं। एक बार जब आप उनके सामने गेंदबाजी करते हैं तो ऐसा लगता है कि आप मैच खेल रहे हैं। मैंने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज से भी इस बारे में बात की कि ऑस्ट्रेलिया में किस लेंथ पर गेंदबाजी करनी चाहिए। उन्होंने भी अपने सुझाव साझा किए हैं।”
गौतम भैया का मार्गदर्शन
हर्षित ने टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर का ध्यान तब आकर्षित किया जब वह केकेआर के मेंटर थे। अब जब वह भारत के कोच हैं, तो इस तेज गेंदबाज को उम्मीद है कि वह भारत की तरफ से भी सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “गौतम भैया ने शुरू से ही मेरा साथ दिया है। उन्होंने हमेशा मुझे सही मार्गदर्शन दिया है। उन्होंने मुझे आईपीएल में अपने संरक्षण में लिया और तब से मैं एक क्रिकेटर के रूप में बेहतर होता गया।”
