भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने दावा किया है कि वह कोच के तौर पर कभी भी सीरीज हारने का जश्न नहीं मनाते। बीसीसीआई टीवी को दिए इंटरव्यू में गंभीर ने यह बात कही। सोशल मीडिया पर प्रशंसकों के एक बड़े वर्ग को गंभीर का बयान रास नहीं आया है। उनका मानना है कि गंभीर ने दिग्गज रोहित शर्मा और विराट कोहली पर कटाक्ष किया है। भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज 1-2 से गंवा दी थी।
भारतीय टीम सिडनी में तीसरा एकदिवसीय मैच 9 विकेट से जीतकर क्लीन स्वीप से बच गई। इस सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के बाद खेले। आखिरी वनडे में रोहित शर्मा की नाबाद शतकीय पारी और विराट कोहली की नाबाद अर्धशतकीय पारी के बदौलत भारतीय टीम ने दमदार जीत दर्ज की।
कभी भी सीरीज हार का जश्न नहीं मना सकता
इस जीत के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली की खूब तारीफ हुई। ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद गौतम गंभीर ने दोहराया कि वह व्यक्तिगत उपलब्धियों का जश्न नहीं मनाते। गंभीर से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर व्हाइट बॉल सीरीज में भारतीय टीम के प्रदर्शन का रिव्यू मांगा गया। उन्होंने कहा, “देखिए, सच कहूं तो मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे लगता है कि मैं हमेशा से इस बात पर यकीन करता रहा हूं कि बात व्यक्तिगत प्रदर्शन की नहीं है।”
हम देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं
गंभीर ने आगे कहा, “हां, मैं व्यक्तिगत प्रदर्शन से बहुत खुश हो सकता हूं। मैं हमेशा व्यक्तिगत प्रदर्शन से खुश रहूंगा, लेकिन हम वनडे सीरीज हार गए। यही मुख्य बात है। एक कोच के तौर पर मैं कभी भी सीरीज हार का जश्न नहीं मना सकता। एक खिलाड़ी के तौर पर, मैं व्यक्तिगत खिलाड़ियों की सराहना कर सकता हूं, लेकिन एक कोच के तौर पर, मुझे लगता है कि यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि एक देश और एक व्यक्ति के तौर पर हमें कभी भी सीरीज हारने का जश्न नहीं मनाना चाहिए। आखिरकार हम देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।”
