चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर ने शुक्रवार 17 अक्टूबर 2025 को कहा कि सीनियर भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा का ‘आकलन’ होगा, लेकिन हर मैच में उन्हें आजमाना ‘बेवकूफी’ होगी। रोहित और कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के साथ सात महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के करीब हैं और इस तरह की अटकलें हैं कि दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में होने वाले 2027 विश्व कप से पहले इन दोनों पूर्व कप्तानों के प्रदर्शन की प्रत्येक शृंखला में समीक्षा होगी।
अजीत अगरकर ने ‘एनडीटीवी वर्ल्ड समिट’ के दौरान कहा, ‘हर मैच में उन्हें आजमाना बेवकूफाना होगा। जब वे खेलना शुरू कर देंगे तो उनका आकलन होगा लेकिन उनकी जगह खतरे में नहीं है।’ कुछ हफ्ते पहले शुभमन गिल को नया एकदिवसीय कप्तान घोषित करने के बाद अहमदाबाद में कही गई अपनी बात को दोहराते हुए अगरकर ने फिर उस टूर्नामेंट के लिए टीम के चयन पर अपनी प्रतिबद्धता से परहेज किया जो अभी दो साल दूर है।
विराट-रोहित के भविष्य को लेकर चयन समिति की सोच
इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘इसका मतलब यह नहीं है कि अगर वे ऑस्ट्रेलिया में रन नहीं बनाते हैं तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा और इसी तरह अगर वे ऑस्ट्रेलिया में तीन शतक बनाते हैं तो उन्हें 2027 विश्व कप के लिए चुना जाएगा।’ अजीत अगरकर ने यह भी स्पष्ट किया कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला स्वयं किया था और चयन समिति उनके अनुभव से खुश होती।
अजीत अगरकर ने कहा, ‘अगर कोई जगह होती जहां हमें अनुभव की जरूरत होती तो वह इंग्लैंड होता। दोनों दिग्गज खिलाड़ी हैं और उन्होंने हमारे से संपर्क किया था। एक बार जब उन्होंने फैसला कर लिया तो आपको उनके फैसले का सम्मान करना होगा।’ अजीत अगरकर ने यह भी स्पष्ट किया कि मोहम्मद शमी को इंग्लैंड शृंखला के लिए इसलिए नहीं चुना गया, क्योंकि वह फिट नहीं थे और पिछले छह से आठ महीनों में उनकी सामान्य मैच फिटनेस ठीक नहीं रही।
मोहम्मद शमी की फिटनेस और चयन विवाद
उत्तराखंड के खिलाफ बंगाल के रणजी ट्रॉफी मैच से पहले शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी एकदिवसीय मुकाबलों के लिए नजरअंदाज किए जाने पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर वह रणजी ट्रॉफी के लिए फिट हैं तो 50 ओवर का क्रिकेट भी खेल सकते थे। इस पर अजीत अगरकर ने कहा, ‘अगर शमी यहां होते तो मैं उन्हें जवाब देता। अगर वह फिट हैं तो हमारे पास शमी जैसा गेंदबाज क्यों नहीं है? मैंने उनसे कई बार बात की है। पिछले छह से आठ महीनों में हमें पता चला कि वह फिट नहीं थे। वह इंग्लैंड दौरे के लिए चुने जाने के फिट नहीं थे।’