भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म खराब है। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले वह घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ भी संघर्ष करते दिखे थे। उन्हें लेकर लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि अगर मेलबर्न और सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले दो टेस्ट मैचों में रोहित रन बनाने में विफल रहते हैं, तो वह खुद ही भारतीय टीम की कप्तान छोड़ देंगे। वह चयनकर्ताओं के फैसले का इंतजार नहीं करेंगे।
सुनील गावस्कर ने एबीसी स्पोर्ट्स पर कहा, “मुझे लगता है कि रोहित को अगले कुछ मैचों में खेलने का मौका मिलेगा, यह पक्का है। लेकिन शायद अंत में अगर उन्होंने रन नहीं बनाए, तो मुझे लगता है कि वह खुद ही फैसला लेंगे। वह बहुत ही ईमानदार क्रिकेटर हैं, वह टीम पर बोझ नहीं बनना चाहेंगे। वह एक ऐसे क्रिकेटर हैं, जो भारतीय क्रिकेट की बहुत परवाह करते हैं। इसलिए अगर वह अगले कुछ मैचों में रन नहीं बनाते हैं, तो मुझे लगता है कि वह खुद ही पद छोड़ देंगे।”
चेतेश्वर पुजारा ने क्या कहा?
पिछली 13 टेस्ट पारियों में रोहित शर्मा 11.83 की औसत से केवल 152 रन बना पाए हैं। इसमें उनके नाम केवल एक अर्धशतक है। चेतेश्वर पुजारा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, “वह एलबीडब्ल्यू और बोल्ड आउट हो रहे हैं (उनके पिछले दस में से छह आउट) जो उनके लिए थोड़ी चिंता का विषय है।” इस बीच दिनेश कार्तिक का मानना है कि रोहित की खराब फॉर्म का कारण उनका आत्मविश्वास में कमी है।
दिनेश कार्तिक ने क्या कहा?
दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज पर कहा, “मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि वह अपनी रणनीति को बदल दें, हिम्मत से काम ले। सुनिश्चित करें कि वह मैदान पर मौजूद हैं, ऐसे शॉट्स से बचें जो उस पिच पर खतरनाक होने वाले हैं और उसकी तकनीक पर भरोसा करें। रोहित शर्मा ने डेढ़ दशक (17 वर्ष) तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है। अगर आप कह रहे हैं कि उनकी तकनीक मजबूत नहीं है, तो मुझे बहुत आश्चर्य होगा। मुझे यकीन नहीं है कि वह अभी इस पर विश्वास करता है, लेकिन यह उसका आत्मविश्वास हो सकता है। लेकिन अगर वह अपना दिमाग लगाए, तो इस सवाल का जवाब मिल सकता है। क्योंकि भारत को मानसिक रूप से मजबूत रोहित शर्मा की जरूरत है।”
गाबा टेस्ट ड्रॉ
बारिश से प्रभावित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट ड्रॉ समाप्त हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 7 विकेट पर 89 रन बनाकर पारी घोषित की। भारत को 275 रन का टारगेट मिला। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 2.1 ओवर में 8 रन बनाए थे कि मैच रुका और फिर शुरू नहीं हो पाया। इससे भारत के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को चोट पहुंची। आइए जानते हैं भारत को क्या करना है।