IND vs NZ : आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को 18 रन से हरा दिया। इस मैच में एक समय भारत की स्थिति बहुत खराब हो गई थी। उसने 5 रन पर ही 3 विकेट खो दिए थे। इसके बाद ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या ने स्कोर को 50 के पार पहुंचाया। फिर महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा ने 100 से ज्यादा रन की साझेदारी की। एक समय दोनों ने भारतीय फैंस में जीत की उम्मीदें जगा दी थीं, लेकिन धोनी के रन आउट होते ही मैच पूरी तरह से न्यूजीलैंड के हाथ में चला गया और भारत को वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा।

इस मैच में भारतीय टीम प्रबंधन ने धोनी को 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा। मैच के बाद धोनी को इस क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजने को लेकर सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण समेत कई क्रिकेट दिग्गजों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ऐसी परिस्थिति में जब टीम ने 5 रन पर 3 विकेट खो दिए थे, तब धोनी को इतने नीचे बल्लेबाजी के लिए भेजना कतई समझदारी भरा फैसला नहीं था।

सचिन तेंदुलकर तो यहां कहा कि हर बार रोहित शर्मा और विराट कोहली ही थोड़ी ना टीम को जिताएंगे। सचिन ने कहा, धोनी को नीचे क्रम में भेजकर कप्तान कोहली ने गलती की। उन्होंने कहा, ‘सवाल यहां यह है कि ऐसे संकट के समय आपने धोनी जैसे अनुभवी बल्लेबाज को क्यों नहीं भेजा। शुरू से लेकर अंत तक वे रविंद्र जडेजा को समझाते रहे और चीजों को अपने नियंत्रण में किया था। मेरे हिसाब से हार्दिक की जगह धोनी को भेजा जाना चाहिए था। दिनेश कार्तिक को भी 5 नंबर पर भेजने का फैसला सही नहीं था।’

अन्य खिलाड़ियों को भी उठानी होगी जिम्मेदारी : सचिन
सचिन ने कहा, ‘240 रन का आसान लक्ष्य हासिल नहीं कर पाना निराशाजनक है। हर बार रोहित या विराट टीम को नहीं जिता पाएंगे। दूसरे खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी उठानी होगी। पहली बार हमारे शुरुआती 3 बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और टीम हार गई। यह भी अच्छा नहीं है कि हर बार धोनी ही हमें जीत दिलाएं। वे कई बार मैच जिताऊ पारी खेल चुके हैं।’

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गांगुली ने कहा, ‘जडेजा अच्छा खेल पाए, क्योंकि दूसरे छोर पर धोनी खड़े थे। अगर 3 विकेट गिरने के बाद पंत के साथ दूसरे छोर पर धोनी होते तो यकीनन ये साझेदारी मैच को आगे ले जाती। धोनी दूसरे छोर पर पंत को समझाते रहते। पंत और पंड्या दोनों ही हवा की विपरीत दिशा में शॉट खेलकर आउट हुए। यदि धोनी होते तो वे इन दोनों युवा खिलाड़ियों को ऐसी बारीकियां समझा सकते थे। हमें इस मैच में जडेजा की जरूरत को भी समझना होगा। आप टीम में कितने भी चाइनामैन और लेग स्पिनर ले आएं, लेकिन जडेजा वनडे टीम का अहम हिस्सा हैं।’