वर्ल्ड कप में शर्मनाक प्रदर्शन करने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट में कई बड़े बदलाव हुए हैं। बाबर आजम ने हर फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी। उनकी जगह शाहीन अफरीदी को टी20 का और शान मसूद को टेस्ट का कप्तान बनाया गया। साथ ही मिकी ऑर्थर की जगह मोहम्मद हफीज को पाकिस्तानी टीम का नया हेड कोच बनाया गया। इन सबके बीच शाहीन को कप्तान बनाने के पीछे शाहिद अफरीदी का हाथ बताया जा रहा था, लेकिन शाहिद अफरीदी ने ऐसे आरोपों को खारिज किया है।

‘मैं कसम खाता हूं कि इसमें मेरा कोई हाथ नहीं’

शाहिद अफरीदी ने अपने उपर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि शाहीन अफरीदी को कप्तान बनाने में उनकी कोई भूमिका नहीं है वह तो रिजवान को कप्तानी मिलने के समर्थन में थे। शाहिद ने समा टीवी से बात करते हुए कहा है, “मैं हमेशा मोहम्मद रिजवान के पक्ष में रहा हूं। मैं कसम खाता हूं, मैंने शाहीन को कप्तान बनाने के बारे में कभी बात नहीं की और ना ही कभी इसकी पैरवी की। मैं इन चीजों में शामिल नहीं हूं। मुझे इसकी ज़रूरत नहीं और मुझे यह पसंद भी नहीं है।”

शाहिद के दामाद हैं शाहीन अफरीदी

आपको बता दें कि शाहीन अफरीदी को टी20 टीम का कप्तान बनाए जाने के बाद यह अटकलें लग रही थीं कि शाहिद अफरीदी की इसमें भूमिका है, क्योंकि शाहीन अफरीदी ने शाहिद अफरीदी की बेटी मंशा से शादी की है और वह उनके दामाद हैं। इस कनेक्शन के चलते ही पूर्व पाकिस्तानी कप्तान पर आरोप लग रहे थे कि उन्होंने ही शाहीन अफरीदी के नाम की पैरवी की और अपने दामाद को कप्तानी दिला दी।

मैं चाहता था बाबर कप्तान रहे- शाहिद अफरीदी

शाहिद अफरीदी ने अपने बयान में ये भी कहा है कि वह रिजवान को कप्तान बनाने के साथ-साथ ये भी चाहते थे कि बाबर आजम कप्तान बने रहें। शाहिद ने कहा है कि मैं तो शाहीन अफरीदी को कप्तानी से दूर रखना चाहता था। बता दें कि पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई। टीम लीग स्टेज पर 9 मैचों में से 5 हारकर विश्व कप से बाहर हो गई। पाकिस्तान टीम पिछले 6 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में जाने में विफल रही है।