ऋषभ पंत एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं। उन्होंने न केवल बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग, बल्कि अपनी नेतृत्व क्षमता से भी प्रभावित किया है। पिछले कुछ साल में एक बल्लेबाज के रूप में अपनी गुणवत्ता के कई उदाहरण देने के बाद, पंत दिखा रहे हैं कि उनके पास एक महान क्रिकेट दिमाग भी है जो एमएस धोनी जैसे किसी व्यक्ति समेत बड़े बल्लेबाजों को आउट कर सकता है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 में धोनी और पंत सीजन के लीग चरण में दो बार कप्तान के रूप में एक-दूसरे के सामने आए। दोनों बार पंत की रणनीति सफल रही। हालांकि, क्वालिफायर वन में ऋषभ पंत को धोनी के हाथों हार झेलनी पड़ी। यह चेन्नई थी जिसने प्लेऑफ मुकाबले में दिल्ली से बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि पंत के गेंदबाजों ने लीग चरण में दोनों मौकों पर धोनी के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन किया था
संयोग से, यह आवेश खान ही थे जिन्होंने दोनों लीग मुकाबलों में धोनी को आउट किया। हालांकि, वह क्वालिफायर वन में इस उपलब्धि को दोहरा नहीं पाए। धोनी के साथ अपने द्वंद्व के बारे में बोलते हुए आवेश खान ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के साथ एक साक्षात्कार में खुलासा किया कि पंत ने दोनों मौकों पर सीएसके के कप्तान धोनी को आउट करने की किस तरह से साजिश रची थी।
आवेश खान ने बताया, ‘जब माही भाई अंदर आए, तो ऋषभ ने मुझसे मिड ऑन और मिड ऑफ रखने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर वह (धोनी) आपको सिर के ऊपर से भी मारेंगे, फिर भी कोई दिक्कत नहीं है। आप बस ओवरपिच गेंदे ना डालें और अपनी लेंथ को पकड़कर ही गेंदबाजी करें।’
आवेश ने कहा, ‘मैं पहले पंत से सहमत नहीं था, लेकिन फिर मैंने उनकी बात मान ली। धोनी ने दूसरी ही गेंद को ऊपर से मारना चाहा और हमें विकेट मिल गया।’
दोबारा धोनी का विकेट मिलने के बारे में आवेश खान ने बताया, ‘मैंने फिर ऋषभ से बात की। उन्होंने मुझसे हार्ड लेंथ पर गेंद डालने को कहा, जहां से शॉट लगाना आसान नहीं होता। मैंने वैसी ही गेंद की और वह बाहरी किनारे का शिकार बने। इस ओवर से पहले मेरी पंत से बात हुई थी।’
आवेश ने बताया, ‘मैंने पंत से कहा था कि मैं वाइड यॉर्कर गेंद फेकूंगा। माही भाई के लिए अलग प्लान था, रायुडू भाई के लिए अलग। जड्डू भाई के लिए मैं लेग साइड की लंबी बाउंड्री का इस्तेमाल करना चाहता था, क्योंकि उस समय जड्डू भाई अच्छी लय में थे और तेज गेंदों को अपने पक्ष में कर सकते थे, इसलिए मैंने उनको स्लोअर गेंदें कीं।’