Hardik Pandya vs Rohit Sharma: कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मेंटर गौतम गंभीर ने सुझाव दिया कि मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के दौरान कठिन परिस्थिति से कैसे निपट सकते थे। उन्होंने कहा कि हार्दिक पांड्या को रोहित शर्मा और टीम के युवा खिलाड़ियों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए था क्योंकि वह पूरे ड्रेसिंग रूम के लीडर थे।
आईपीएल 2024 के दौरान हार्दिक पांड्या ने बेहद खराब दौर का सामना किया। आईपीएल 2024 से पहले रोहित शर्मा की जगह मुंबई इंडियंस का कप्तान हार्दिक पांड्या को बनाया गया था। इसके बाद मुंबई के क्रिकेट फैंस बुरी तरह से नाराज हो गए और हार्दिक पांड्या जहां भी गए उनके साथ अनुचित व्यवहार किया गया। कई क्रिकेट एक्सपर्ट ने भी इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी क्योंकि रोहित शर्मा ने मुंबई को 5 बार चैंपियन बनाया था।
दो खिलाड़ियों के साथ अलग-अलग व्यवहार करना गलत
रोहित को कप्तानी से हटाने के सबसे ज्यादा खमियाजा हार्दिक को भुगतना पड़ा था क्योंकि वो जहां भी जाते थे उन्हें हूटिंग का सामना करना पड़ा और फैंस ने उनके सामने रोहित-रोहित के नारे लगाए। हार्दिक पांड्या का बतौर कप्तान और बल्लेबाज प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा और अंका तालिका में मुंबई की टीम सबसे नीचे रही थी। एक कार्यक्रम के दौरान गंभीर से पूछा गया कि क्या मुंबई इंडियन को हार्दिक पांड्या को मैनेज करना चाहिए था। गंभीर ने इसके बाद कहा कि लीडर को कठिन चीजें करने के लिए बाध्य होना पड़ता है, हालांकि ये एक कठिन काम है। उन्होंने कहा कि दो खिलाड़ियों के साथ अलग-अलग व्यवहार करना उन्हें कप्तान नहीं, बल्कि अनुयायी बनाता है। फोर्ब्स इंडिया द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में उन्होंने ये बातें कहीं।
रोहित और युवा खिलाड़ियों के साथ करना था एक जैसा व्यवहार
गंभीर ने कहा कि, देखिए, सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, रोहित शर्मा और टीम के युवा खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम में बिल्कुल एक जैसा व्यवहार करें। ये एक कठिन काम है, लेकिन इसका मतलब है कि कप्तान कठिन निर्णय लेने के लिए बाध्य हैं और कठिन चीजें भी करने के लिए बाध्य हैं। इसीलिए आप नेता हैं नहीं तो आप अनुयायी बन जाएंगे। आप सभी के साथ एक जैसा व्यवहार करें चाहे वो रोहित शर्मा जैसा खिलाड़ी ही क्यों ना हों जो भारत की कप्तानी सभी प्रारूपों में करते हैं या फिर 5 बार टीम को चैंपियन बना चुके हों। आप एक लीडर हैं और ड्रेसिंग रूप में आप सभी के लीडर हैं। आप रोहित शर्मा के साथ उस ड्रेसिंग रूम के सबसे युवा सदस्य से अलग व्यवहार नहीं कर सकते हैं।
अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग नियम नहीं हो सकता
गौतम गंभीर ने कहा कि हार्दिक पांड्या को बड़े नामों और युवाओं के साथ समान व्यवहार करने के लिए बहुत अधिक आत्मविश्वास और साहस की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर जोर डाला कि एक कप्तान अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम नहीं रख सकता और ऐसा करने के लिए आपको बहुत अधिक आत्मविश्वास और बहुत अधिक साहस की आवश्यकता होती है। मेरे लिए एक सही लीडर होने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण गुण यही है कि आप ड्रेसिंग रूम में बैठे सभी लोगों के प्रति एक समान होते हैं। आपके पास अलग-अलग नियम नहीं हो सकते हैं और आपके पास अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग चीजें नहीं हो सकती हैं। अगर आप एक सफल लीडर बनना चाहते हैं तो आप प्रोफाइल नहीं देखते हैं और प्रोफाइल आपके लिए मायने नहीं रखती है।