भारत ने एशिया कप पुरुष हॉकी टूर्नामेंट में 26 मई 2022 को इंडोनेशिया को 16-0 से रौंद दिया। इस जीत के साथ ही उसने टूर्नामेंट के सुपर-4 में अपनी जगह बनाई। हालांकि, उसकी जीत से पाकिस्तान न सिर्फ एशिया कप में सुपर-4 की रेस से बाहर हो गया, बल्कि उसके विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने के अरमानों पर भी पानी फिर गया। दरअसल, इस टूर्नामेंट से सिर्फ शीर्ष 3 टीमों को ही वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई करना है।

मेजबान होने के नाते भारत की वर्ल्ड कप की सीट पहले से ही पक्की है। इसी वजह से हॉकी इंडिया ने एशिया कप में अनुभव हासिल करने के लिए युवा खिलाड़ियों को भेजने का फैसला किया था। भारत के लिए यह जीत इसलिए भी और खास है, क्योंकि 26 मई के दिन ही भारत ने हॉकी में अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था और उस दिन युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम ने असंभव को संभव कर दिखाया।

इंडोनेशिय की राजधानी जकार्ता में खेले जा रहे एशिया कप टूर्नामेंट में भारत को नॉकआउट में जगह बनाने के लिए इंडोनेशिया को 15-0 या इससे बेहतर अंतर से हराना था और उसके युवा खिलाड़ियों ने यह कर दिखाया। दूसरी ओर, दिन के एक अन्य मुकाबले में पाकिस्तान को जापान के खिलाफ 2-3 से हार झेलनी पड़ी।

पहले राउंड के बाद पूल ए में भारत और पाकिस्तान दोनों के 4-4 अंक रहे। दोनों जापान से पीछे रहे। हालांकि, गत चैंपियन भारत ने बेहतर गोल अंतर के कारण सुपर-4 में जगह बनाई। भारत के अलावा सुपर-4 में पहुंचने वाली अन्य टीमों में जापान, मलेशिया और साउथ कोरिया हैं। दूसरे राउंड के मुकाबले 28 से 31 मई के बीच खेले जाने हैं। फाइनल एक जून को होना है।

इंडोनेशिया के खिलाफ मैच की बात करें तो युवा खिलाड़ियों वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतिम क्वार्टर में 6 गोल दागे। भारत के लिए दिपसान टिर्की ने 5 और सुदेव बेलिमागा ने 3 गोल दागे। अनुभवी एसवी सुनील, पवन राजभर और कार्ति सेलवम ने 2-2 गोल किए। उत्तम सिंह और नीलम संजीप सेस ने 1-1 गोल किए।

भारत ने मुकाबले की आक्रामक शुरुआत की। उत्तम सिंह को सातवें मिनट में गोल करने का मौका मिला, लेकिन वह विरोधी गोलकीपर को पछाड़ने में नाकाम रहे। राजभर ने 10वें मिनट में भारत को बढ़त दिलाई और फिर टीम के पहले पेनल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड पर गोल दागकर स्कोर 2-0 कर दिया।

इसके बाद उत्तम ने भारत के लिए एक और गोल दागा, जबकि सुनील ने 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। एक मिनट बाद भारत को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। इसमें से दूसरे को नीलम संजीप ने गोल में बदलकर स्कोर 5-0 किया। सुनील ने 24वें मिनट में कार्ति सेलवम के पास पर भारत की ओर से छठा गोल दागा।

तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में उत्तम ने गोल करने का मौका गंवाया, जबकि उन्हें सिर्फ गोलकीपर को छकाना था। भारत को कुछ मिनट बाद अपना 7वां पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन टीम इसे गोल में नहीं बदल पाई। राजभर ने 40वें मिनट में शानदार मूव बनाते हुए इंडोनेशिया के 3-4 डिफेंडर को पछाड़कर गेंद सेलवम की ओर बढ़ाई।

सेलवम ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। भारत को इसके बाद लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले। इसमें से अंतिम को दिपसान ने गोल में बदला। दिपसान ने 42वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर अपना दूसरा गोल दागा। दिपसान दो पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने में नाकाम रहे, लेकिन बेलिमागा ने दो मिनट में दो गोल दागे।

दिपसान ने 14वें पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर हैट्रिक बनाई और स्कोर 12-0 किया। दिपसान ने 47वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर एक और गोल दागा, जबकि बेलिमागा ने 55वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड को गोल में बदला।

भारत ने अंतिम मिनट में तेजी दिखाई। उसे इसका फायदा कार्ति सेलवम के मैदानी गोल के रूप में मिला। दिपसान ने अंतिम मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर एक और गोल दागकर भारत की नॉकआउट में जगह पक्की की।