भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या के पिता का निधन हो गया। 71 साल की उम्र में हिमांशु पंड्या ने शनिवार (16 जनवरी) की सुबह अंतिम सांस ली। कार्डियक अरेस्ट के कारण हार्दिक के पिता की जान चली गई। हिमांशु पंड्या को दिल का दौरा पड़ा और वे बच नहीं सके। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने ट्ववीट कर इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस खबर को सुनने के बाद मेरा दिल टूट गया है।

हार्दिक पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया में सीमित ओवरों की सीरीज खत्म होने के बाद भारत वापस लौटे थे। पिता के निधन के समय वो घर पर ही थे। उनके बड़े भाई क्रुणाल पंड्या सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। वे टूर्नामेंट बीच में छोड़कर घर वापस लौट गए हैं। क्रुणाल ने बायो-बबल से खुद को अलग कर लिया है। कोविड-19 महामारी के कारण सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी बायो-बबल में खेला जा रहा है। क्रुणाल की टीम अभी भी बायो-बबल में है।

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘हार्दिक और क्रुणाल के पिता के निधन के बारे में सुनकर दिल टूट गया है। एक दो बार उससे बात की थी। वे एक खुशमिजाज और जीवन से भरे व्यक्ति थे। उनकी आत्मा को शांति मिले। हार्दिक और क्रुणाल तुमदोनों मजबूत रहो।’’ बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के सीईओ शिशिर हटंगडी ने बताया, ‘‘क्रुणाल ने बायो-बबल से निकल गए हैं। यह एक व्यक्तिगत त्रासदी है। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन शोक व्यक्त किया है।’’

हिमांशु पंड्या ने मुंबई इंडियंस टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘‘जब भी मैं हार्दिक और क्रुणाल के बारे में बोलता हूं तो अपने आंसुओं को नियंत्रित नहीं कर पाता हूं। उनका अच्छा करना भगवान का उपहार है। बहुत कम उम्र से उन्हें क्रिकेट खेलने देने के हमारे इरादों पर कई रिश्तेदारों ने सवाल उठाए थे और उनकी आलोचना की थी। लेकिन हमने अपनी योजनाओं को नहीं बदला।”