टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मैच बारबाडोस में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया। इस मैच को अगर टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास के कुछ बेस्ट मैचों में से एक कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यकीन मानिए ये मैच कमजोर दिल वालों के लिए तो बिल्कुल भी नहीं था क्योंकि दूसरी पारी में मैच का पासा दोनों टीमों की तरफ पलट रहा था और समझ नहीं आ रहा था कि कौन जीतेगा और कौन हारेगा।

क्लासेन और मिलर का विकेट रहा टर्निंग प्वाइंट

इस बेहद करीबी मुकाबले में भारत को आखिर में 7 विकेट से जीत मिली और टीम इंडिया चैंपियन बनी। इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर का आउट होना रहा और ये दोनो ही विकेट हार्दिक पांड्या ने लिए और मैच को पलट दिया। यही नहीं उन्होंने फाइनल मैच का आखिरी ओवर भी फेंका और अपने कप्तान के विश्वास पर खड़े उतरते हुए भारत को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।

हार्दिक ने क्लासेन और मिलर को किया आउट

फाइनल मैच में क्लासेन ने 27 गेंदों पर 5 छक्के और 2 चौकों की मदद से 52 रन बना लिए थे और वो भारत के लिए खतरनाक साबित हो रहे थ और ऐसा लग रहा था कि वो मैच निकाल लेंगे, लेकिन हार्दिक पांड्या ने उन्हें 52 रन पर आउट करते हुए मैच को पटल दिया। वहीं अगला डर डेविड मिलर थे, लेकिन उन्हें भी हार्दिक पांड्या ने सूर्यकुमार यादव के हाथों कैच आउट करवा दिया। सूर्यकुमार यादव ने उनका जिस तरह का कैच लपका उसे शायद ही कभी भूलाया जा सकता है।

मिलर का शानदार कैच सूर्यकुमार ने पकड़ा

साउथ अफ्रीका ने 19 ओवर में 6 विकेट पर 161 रन बनाए थे और प्रोटियाज को जीत के लिए 6 गेंदों पर 16 रन की जरूरत थी और क्रीज पर मिलर थे। हार्दिक को 20वां ओवर सौंपा गया और सामने मिलर थे और उन्होंने पहली गेंद पर शानदार शॉट लगाया जो छक्के के लिए चली गई थी, लेकिन सूर्यकुमार ने शानदार कैच पकड़ते हुए उनका काम तमाम कर दिया और भारत के लिए जीत लगभग पक्की कर दी। वहीं इस ओवर में उन्होंने रबाडा को भी आउट किया और मैच भारत की मुट्ठी में कर दिया। आखिरी ओवर में हार्दिक पांड्या ने 8 रन दिए और 2 विकेट लिए जबकि इस मैच में उन्होंने 3 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट लिए।

रो पड़े हार्दिक पांड्या

फाइनल में जीत के बाद हार्दिक पांड्या ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात की और इस दौरान वो रोते हुए नजर आए। हार्दिक पांड्या ने कहा कि उस टाइम पर मेरे छह महीने (अपनी चोट के बारे में) जो बीते किस तरह से बीते, उस दौरान क्या हुआ नहीं हुआ मैंने बहुत कंट्रोल किया। इस दौरान मैं नहीं रोया क्योंकि मुझे लोगों को नहीं दिखाया था। जितने लोग जो मेरे इस हालत पर खुश हो रहे थे, मुझे उन्हें और खुशी नहीं देनी थी। वो वक्त बीत गया और सबकुछ चालू हुआ और ऊपर वाले की कृपा देखिए कि मौका भी कैसा मिला। आखिरी ओवर में एक ऐसा सिचुएशन था जिसे मैं इमैजिन नहीं कर पाया और बस..क्या बताऊं।