हार्दिक पंड्या की कप्तानी में रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आईपीएल 2022 फाइनल में राजस्थान रॉयल्स (RR) को हराकर अपने पहले सीजन में ही गुजरात टाइटंस (GT) ने खिताब अपने नाम किा। मुंबई इंडियंस (MI) के पूर्व स्टार को ई फ्रेंचाइजी का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कोई भी टीम को मजबूत नहीं आंक रहा था, लेकिन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया।
फाइनल में यादगार जीत के बाद पांड्या के बचपन के कोच जितेंद्र सिंह ने 2019 के टॉक शो कॉफी विद करण शो विवाद के बाद की घटनाओं का खुलासा किया। केएल राहुल और हार्दिक को एक एपिसोड में विवादास्पद टिप्पणी के बाद मुश्किल में पड़ गए थे। उनकी ‘सेक्सिस्ट’ टिप्पणी के कारण हुई हलचल के बाद बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में एकदिवसीय सीरीज से सस्पेंड कर दिया और दोनों के वापस स्वदेश भेज दिया था।
पांड्या के बचपन के कोच जितेंद्र सिंह ने खुलासा किया कि ऑलराउंडर भारतीय टीम से सस्पेंड किए जाने के बाद काफी निराश था। पांड्या के भारत लौटने के बाद जब कोच उनके घर पहुंचे तो उन्होंने अपने शिष्य को सोफा पर चश्मा लगाए बैठे देखा। उन्होंने कमरे मौजूद एक अन्य व्यक्ति से पूछा, “वह पूरी रात नहीं सोया है न?” उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस को आगे बताया, “टेंशन नहीं लेना है। बहुच जल्द टीम इंडिया के प्लेइंग 11 में होगे। जो हो गया वो हो गया। अब उसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। कल रिलायंस स्टेडियम आना। और अब हंसों।” पांड्या के बचपन के कोच ने करियर के मुश्किल समय से बाहर निकलने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
जितेंद्र ने आगे कहा, “मैंने हमारे लिए खेलने के लिए बैडमिंटन कोर्ट बुक किया था। मैं चाहता था कि वह जोश में आ जाएं और वापस खेल का आनंद लेने लगें। मैं चाहता था कि वह पसीना बहाए। इससे वह हल्के हो गए और उन्हें एहसास हुआ कि वह एक खिलाड़ी है और यही वह करने के लिए पैदा हुआ है। चैट शो नहीं।” जितेंद्र ने यह भी कहा, “मैंने देखा किन्हें जो हुआ उससे वह परेशान थे। मैं उन्हें अच्छी तरह जानता हूं। वह बहुत इमोशनल हैं। उनके ड्रेस, चेन और स्टाइल आइकन होने पर मत जाइए। वह एक बच्चे हैं और दिल से बहुत साफ हैं।”
टीम से बाहर किए जान के बाद हार्दिक की खूब खिल्ली उड़ाई गई, लेकिन उन्होंने शानदार अंदाज में वापसी की। पांड्या ने इसे लेकर कहा था, “मेरे पूरे जीवन में बहुत से लोगों ने मुझ पर सवाल उठाए। नीलामी, रिटेंशन और मेरी कप्तानी के बारे में बहुत कुछ कहा। जवाब देने का सबसे अच्छा तरीका कुछ न बोलना है।”