बांग्लादेश के खिलाफ आगामी श्रृंखला के लिए टेस्ट टीम में चुने गये हरभजन सिंह ने टीम में वापसी को ‘‘नई शुरुआत’’ बताया है। दो साल से अधिक समय तक भारतीय टीम से बाहर रहने के बावजूद दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को हमेशा इस बात का विश्वास था कि वे भारतीय टीम की जर्सी में फिर से दिखाई देंगे।
टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद पीटीआई-भाषा से एक विशेष साक्षात्कार में हरभजन ने कहा ‘‘यह मेरे लिए नयी शुरुआत की तरह है। यह मेरी लिए नयी पारी है जिसकी शुरुआत मै विश्वास के साथ करना चाहता हूं और इस मौके को भुनाना चाहता हूं।’’
कुल 101 टेस्ट मैचों में 413 विकेट हासिल करने वाले हरभजन ने कहा ‘‘मैंने अपनी गेंदबाजी के उन पहलुओं पर बहुत मेहनत की जिसमें सुधार की गुंजाइश थी। मुझे चाहने वालों की शुभकामनाओं और दुआओं की वजह से यह संभव हो सका है।’’
‘‘टर्बनेटर’’ की ये वापसी मार्च, 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद में खेले गये मैच के दो साल और दो महीनों के बाद हुई है। भज्जी ने कहा ‘‘भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करना मेरे लिए सबसे अहम था। मैं इस दिन के लिए पिछले दो सालों से मेहनत कर रहा था। किसी भी दिन या किसी भी पल मैंने यह नहीं सोचा कि मैं फिर से भारत के लिए नहीं खेलूंगा।‘‘
आईपीएल के मौजूदा सत्र में हरभजन की गेंदबाजी की हर तरफ तारीफ हो रही है और ऐसा कहा जा रहा कि उन्होंने अन्य सत्र के मुकाबले सबसे बेहतरीन गेंदबाजी की है।
चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ कल खेले गये क्वालीफायर मुकाबले में शानदार गेंदबाजी करने वाले हरभजन ने माना कि उन्होंने गेंदबाजी के तकनीक में कुछ बदलाव किये हैं जिससे उनके प्रदर्शन में सुधार हुआ है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर और अनिल कुंबले द्वारा हौसला बढ़ाये जाने का जिक्र करते हुए कहा ‘‘वे लोग मुझे हमेशा प्रेरित करते हैं। आप अपने खेल के बारे में इन महान खिलाड़ियों से बातचीत कर सकते हैं। सचिन मुझे हमेशा इस बात को लेकर प्रेरित करते रहे हैं कि मैं भारत के लिए फिर से खेलने में सक्षम हूं और मुझे खुद पर विश्वास करना चाहिए। जब यह शब्द ऐसे महान खिलाड़ी कहता है तो इसके बहुत मायने हैं।‘‘
टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट हासिल करने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर काबिज भज्जी का मानना है कि वे हमेशा टीम के लिए खेलते हैं न की रिकॉर्ड के लिए और यह चीज हमेशा बनी रहेगी।