इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में पूर्व क्रिकेटर और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से खिलाड़ियों के वर्क लोड, 2011 के बाद से अब तक भारत के वर्ल्ड कप नहीं जीत पाने, ICC ट्रॉफी जीतने के लिए भारत को क्या करना चाहिए और इस साल होने देश में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप में टीम इंडिया की संभावनाओं समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।

खिलाड़ियों को लंबे समय तक खेलने के लिए क्या बीसीसीआई को वर्कलोड की बेहतर निगरानी करनी चाहिए, के सवाल पर हरभजन सिंह ने कहा, ‘एक मशीन अच्छी तरह से तब तक ही चलती है जब उसका नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन जब बहुत ज्यादा काम लिया जाता है और अधिक इस्तेमाल किया जाता है तो वह खराब हो जाती है। जसप्रीत बुमराह या किसी अन्य टैलेंटेड खिलाड़ी के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए।’

अच्छे रिकॉर्ड के बावजूद चहल का कोई नाम नहीं लेता: हरभजन

हरभजन सिंह ने कहा, ‘युजवेंद्र चहल को ही ले लीजिए, आज उनका कोई नाम नहीं लेता, जबकि उनका कितना अच्छा रिकॉर्ड है। या फिर रविचंद्रन अश्विन को ही लें। अगर आप चाहते हैं कि ये खिलाड़ी लंबे समय तक खेलें तो रेस्ट पीरियड (आराम का समय) होना चाहिए। सोचें कि उनके लिए क्या अच्छा है। आराम उतना ही जरूरी है, जितना खेलना। नहीं तो शरीर धीरे-धीरे और निश्चित रूप से टूट जाएगा। जिस दिन यह टूट गया, छह महीने या एक साल के बाद कोई नहीं जानता कि यह कैसे काम करेगा।’

द्विपक्षीय सीरीज से अलग है विश्व कप का प्रेशर: हरभजन

भारतीय क्रिकेट टीम पिछले काफी समय से ICC इवेंट क्यों नहीं जीत पाई है? इस सवाल पर जसप्रीत बुमराह ने कहा, ‘यह एक तरह का पैटर्न बन गया है। 2018-19 में हमने देखा कि खिलाड़ियों में काफी फेरबदल हुआ। दिनेश कार्तिक खेल रहे थे, ऋषभ पंत भी खेल रहे थे… बड़ा मैच कैसे जीता जाए, अनुभव की थोड़ी कमी है। बड़े मैच हाई प्रेशर (बहुत ज्यादा दबाव) वाले होते हैं। विश्व कप का दबाव द्विपक्षीय सीरीज से अलग है।’

अब नहीं जीतोगे तो कब जीतोगे: हरभजन सिंह

हरभजन ने कहा, ‘टूर्नामेंट जितना बड़ा होगा, दबाव भी उतना ही ज्यादा होगा। बहुत कम लोग वास्तव में उस तरह का दबाव झेल पाते हैं। हम कहते थे कि अगर रोहित शर्मा और विराट कोहली रन बनाएंगे तो भारत जीत जाएगा। लेकिन अब हार्दिक पड्या हैं। हमारे पास अब अधिक खिलाड़ी (संभावित मैच विजेता) हैं और मुझे उम्मीद है कि यह चलन बदलेगा। हमारे पास जिस तरह की प्रतिभा है, मुझे लगता है कि हमें ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए। हमारे पास जो टैलेंट है, उससे अगर आप जीत नहीं सकते तो कब जीतोगे?’

एकदिवसीय मैच को टेस्ट क्रिकेट की तरह नहीं खेल सकते: हरभजन

भारत में इस साल 50 ओवर का वर्ल्ड कप खेला जाना है, तो टीम अलग तरीके से क्या कर सकती है? यह पूछने पर हरभजन सिंह ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें थोड़ा और इच्छाशक्ति दिखाने की जरूरत है। अगर आप टी20 खेल रहे हैं तो आप इसे वनडे मैच की तरह नहीं खेल सकते। अगर आप वनडे खेल रहे हैं तो आप इसे टेस्ट मैच की तरह नहीं खेल सकते।’

हरभजन सिंह ने कहा, ‘हम चैंपियनशिप जीतने के लिए दो-तीन खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं रह सकते। जब आपके सामने विश्व कप होता है, तो आपको एक ही समय में आठ से नौ खिलाड़ियों की जरूरत होती है। एक या दो खिलाड़ी आपको मैच जिता सकते हैं, लेकिन वह टीम ही होती है, जो आपको टूर्नामेंट जिता सकती है।’