ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही तीन टी-20 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में टीम इंडिया को रोचक मुकाबले में मिली 4 रनों से हार के बाद भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने युजवेंद्र चहल की जगह क्रुणाल पांड्या को टीम में शामिल करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि चहल को टीम में शामिल न करना टीम इंडिया पर भारी पड़ गया और साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात पर टीम इंडिया और मैनेजमेंट को आगे के मुकाबलों पर ध्यान भी देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 4 गेंदबाजों के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान में उतरने का फैसला कहीं से भी सही नहीं है।

आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम की ओर से क्रुणाल पांड्या के साथी रहे हरभजन सिहं ने कहा कि पांड्या ऐसे गेंदबाज नहीं हैं जिनसे आप टी-20 के मुकाबलों में सभी 4 ओवर गेंदबाजी करा सकते हैं। वो गेंद को काफी तेज करने में विश्वास करते हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया की पिंच पर ऐसी गेंदें हमेशा बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद साबित होती हैं। उन्होंने बताया कि अगर आप कुलदीप यादव और चहल की गेंदबाजी पर नजर डालें तो इन दोनों की जोड़ी जब भी मैदान में होती है तो विपक्षी टीम का विकेट झटकने के साथ-साथ वो दबाव भी टीम पर बनाती है। ऐसे में चयनकर्ताओं को इस ओर ध्यान देना चाहिए। भज्जी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के मैदान पर क्रुणाल को एक गेदबाज के तौर पर टीम में जगह देना कहीं से भी सही नहीं है। वो गेंद को स्पिन कराने में विश्वास ही नहीं रखते हैं और तेजी बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद होती है जिसका फायदा पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने उठाया।

बता दें कि चहल की जगह कप्तान कोहली ने पांड्या को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया था। अपने 4 ओवर की गेंदबाजी में क्रुणाल ने 55 रन खर्चे थे और मैक्सवेल ने तो उनके ओवर में गेम का औसत ही बदल कर रख दिया था लेकिन कप्तान कोहली के पास क्रुणाल के अलावा कोई विकल्प भी नहीं था।

Harbhajan singh

इस पहले मुकाबले पर अगर नजर डालें तो टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था और ऑस्ट्रेलिया ने बारिश बाधित मैच में 17 ओवर में 158 रन बनाए जबकि भारत को जीत के लिए 174 रनों की दरकार थी। ऐसे में टीम इंडिया 4 रन से इस मुकाबले को गंवाकर सीरीज में 1-0 से पिछड़ गया है। इन दोनों टीमों के बीच अगला मुकाबला 23 नवंबर को मेलबर्न में खेला जाएगा।