भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने टीम इंडिया के लिए 236 वनडे मैच खेले। 103 टेस्ट और 28 टी20 मुकाबलों में हिस्सा लिया। उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच मार्च 2016 में खेला था। भज्जी 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे। उन्हें 2011 वर्ल्ड कप के बाद नियमित रूप से मौका नहीं मिला। उसके बाद उन्होंने 236 में से सिर्फ 10 वनडे खेले। वहीं, 103 में से 10 टेस्ट मैच खेले।

हरभजन ने कपिल शर्मा के शो पर एक बार इसकी चर्चा की थी। तब शो में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव समेत 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कई सदस्य थे। कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने शो में हरभजन को अपने पास बुलाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं 2011 में इसका चयनकर्ता था। इसलिए इन्हें पता है कि मैंने क्या-क्या किया है।’’ भज्जी ने इस पर जवाब देते हुए कहा, ‘‘मुझे आपने ड्रॉप कर दिया था। 2011 वर्ल्ड कप के बाद ड्रॉप किया था।’’ श्रीकांत ने फिर कहा, ‘‘वर्ल्ड कप में तुम खेले थे न। हम जीते थे न तो अब चुपचाप रहो। अभी हम वर्ल्ड कप के बारे में बात कर रहे हैं।’’ भज्जी ने उनसे फिर कहा कि वर्ल्ड कप के बाद क्या हुआ?

हरभजन ने इसके आगे का वाकया सुनाते हुए कहा, ‘‘2011 में श्रीकांत सर हमारे चीफ सिलेक्टर थे। इन्होंने टीम चुनी और कहा कि ये टीम खेलेगी। उसके बाद हम टूर्नामेंट जीत गए। फिर इन्होंने मुझे टीम से बाहर कर दिया। मुझसे कहा कि तुम्हारा सफर यही तक था।’’ श्रीकांत ने इसके बाद सुनील गावस्कर से पूछा, ‘आप ही बताओ कि अब मैं क्या करूं।’ इस पर सुनील गावस्कर ने कहा, ‘‘तुम बोल दो कि तमिलनाडु के अश्विन को लेना चाह रहा था।’’

श्रीकांत ने इसके बाद हरभजन सिंह से कहा, ‘‘मैं रिटायर हो चुका हूं और तुम भी रिटायर हो चुके हो।’’ इस पर भज्जी ने कहा, ‘मैं रिटायर नहीं हुआ हूं।’’ फिर श्रीकांत हैरान होते हुए बोले- ‘क्या तुम सच बोल रहे हो? रिटायरमेंट नहीं हुआ है क्या? ’ हरभजन ने कहा, ‘मैं पंजाब टीम का कैप्टन हूं और ये (बलविंदर सिंह संधू) हमारे चीफ सिलेक्टर हैं।’ संधू ने कहा, ‘यह हमारी टीम (पंजाब) का कप्तान है।’