खेल जगत के कई ऐसे किस्से सुनने और देखने को मिलते हैं जब दो सगे भाई अपनी प्रतिभा के दम पर खेल को नई पहचान दिलाते हैं। क्रिकेट में तो ऐसे कई उदाहरण आपको देखने को मिल जाएंगे जब दो भाइयों ने एक ही टीम के लिए खेलकर मिसाल पेश की हो। हालांकि कोई आपसे कहे कि क्रिकेट जगत में एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों ने अपने देश के लिए क्रिकेट खेला और एक ही जैसा रिकॉर्ड भी बनाया तो आपको सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर रहे हनीफ मोहम्मद के परिवार पर अगर नजर डालें तो उनकी तीन पीढ़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। आज ही के दिन यानी 21 दिंसबर1934 को इस दिग्गज खिलाड़ी का जन्मदिन है, आइए आपको बताते हैं इस खिलाड़ी और परिवार के बारे में कुछ सुनी-अनसुनी बातें….

भारत में जन्में इन 5 भाइयों ने पाक क्रिकेट को दी नई पहचान- हर परिवार में उसके अभिभावक चाहते हैं कि उसके बच्चे अलग-अलग क्षेत्रों में अपना नाम रोशन करें लेकिन हनीफ मोहम्मद और उनके 4 भाइयों के आंखों में एक सपना था वो भी क्रिकेटर बनने का। इन पांचों भाइयों ने उसे पूरा भी किया। दरअसल हनीफ मोहम्मद के और 4 भाइयों का नाम सादिक, मुश्ताक, वजीर, रईस मोहम्मद था इसमें से रईस ने सिर्फ घरेलू क्रिकेट खेला बाकी चारों भाई पाक क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे। इन पांचों भाइयों का जन्म भारत के गुजरात राज्य के जूनागढ़ में ही हुआ था लेकिन आजादी के बाद इनका परिवार पाकिस्तान शिफ्ट हो गया था।

सबसे लंबी पारी खेलने का रिकॉर्डः हनीफ मोहम्मद की अगर बात करें तो इस खिलाड़ी ने पाक के लिए 55 टेस्ट मैच खेले थे, अपनी दमदार पारी के दम पर इस खिलाड़ी को पाक का लिटिल मास्टर कहा जाता था। 1952 में अपने करियर का आगाज करने वाले हनीफ ने अपने करियर में 12 शतक जड़े। वहीं विंडीज के खिलाफ एक मैच में उन्होंने 337 रनों की पारी खेली और करीब 16 घंचे क्रीज पर रहकर रिकॉर्ड बनाया था। हनीफ के नाम प्रथम श्रेणी के एक मुकाबले में 499 रन बनाने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।

तीन पीढ़ियों ने जड़ा है दोहरा शतकः हनीफ की तीन पीढ़ियों ने पाक के लिए क्रिकेट खेला है और खास बात है कि तीनों ही पीढ़ियों में खिलाड़ियों ने दोहरा शतक भी जड़ा है। हनीफ के पुत्र शोएब अहमद ने भी पाकिस्तान के लिए दोहरा शतक जड़ा था वहीं अभी हाल ही में हनीफ के पोते शहजर मोहम्मद ने आजम ट्रॉफी में शतक जड़ा। वहीं इनके भाई सादिक और मुश्ताक के नाम भी फर्स्टक्लास क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है। हनीफ मोहम्मद ने भले ही अब इस दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन क्रिकेट जगत में उसका योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा।