भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को उप-कप्तान बनाया। गंभीर ने अब इशारों-इशारों में इसकी वजह भी फैंस के सामने जाहिर कर दी है कि आखिर उन्होंने किसी बल्लेबाज की जगह जसप्रीत बुमराह पर भरोसा क्यों दिखाया। भारत में बहुत कम गेंदबाज टीम इंडिया के कप्तान बने हैं। भारतीय टीम के हेड कोच ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बल्लेबाज अगर 1000 रन बना ले तब भी वह मैच नहीं जिता सकते।

गौतम गंभीर ने बताई गेंदबाजों की अहमियत

गंभीर के मुताबिक यह समय गेंदबाजों का है। उन्होंने कहा, ‘यह बहुत जरूरी है कि बल्लेबाज के बारे में ज्यादा सोचना, उन्हें ज्यादा तरजीह देना बंद किया जाए। अगर बल्लेबाज 1000 रन बनाए तब भी वह यह गारंटी नहीं है कि टीम टेस्ट मैच जीत जाएगी, हालांकि अगर गेंदबाद 20 विकेट लेते हैं तो 99 प्रतिशत गारंटी है कि आप मैच जीत जाएंगे। चाहे टेस्ट मैच हो गया फिर कोई और फॉर्मेट। मुझे उम्मीद है कि हम गेंदबाजों के बारे में ज्यादा बात करेंगे। मुझे उम्मीद है कि माइंडसेट बदलेगा।’

गंभीर ने बुमराह को बताया स्मार्ट

गंभीर ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले भी यही बात कही थी। उन्होंने कहा था, ‘भारत बल्लेबाजों के बारे में ज्यादा सोचता है। बुमराह, अश्विन और जडेजा इसे बदल रहे हैं। बुमराह टेस्ट क्रिकेट में स्मार्ट हैं। यह अच्छा है कि बुमराह टेस्ट क्रिकेट में बदलाव कर रहे हैं।’ वहीं बुमराह की भी यही सोच है कि गेंदबाज स्मार्ट होते हैं। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस अड्डा में कहा, ‘मैं महसूस करता हूं कि गेंदबाज स्मार्ट व्यक्ति होते हैं, क्योंकि वे बल्लेबाज को आउट करते हैं और निश्चित रूप से हमेशा विपरीत परिस्थितियों से लड़ते रहते हैं।’

गौतम गंभीर के इस बयान को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम के उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह को बनाया गया है। बुमराह रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभालेंगे। बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट में कप्तानी कर चुके हैं। वह कपिल देव के पहले ऐसे तेज गेंदबाज थे जिन्होंने भारत की कप्तानी की। वहीं वह अनिल कुंबले के बाद टेस्ट में टीम की कप्तानी करने वाले पहले गेंदबाज थे।